हरियाणा में वायु प्रदूषण का खतरा: अंबाला में राहत, पानीपत में ग्रैप चार की पाबंदी लागू
सभी नागरिकों से सहयोग की अपील
हरियाणा : हरियाणा में वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर होता जा रहा है, और अधिकांश जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) रेड और ऑरेंज अलर्ट पर है। हालांकि, अंबाला जिला इस समय यलो अलर्ट पर है, जिसका मतलब है कि नागरिकों को वायु प्रदूषण के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।
वायु प्रदूषण का हाल:
अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र और पानीपत में एक्यूआई का स्तर 300 से अधिक पहुंच चुका है।
कुरुक्षेत्र में एक्यूआई 338 तक पहुँच गया है।
प्रदूषण के मुख्य कारणों में बढ़ती वाहनों की संख्या, औद्योगिक धुंआ और निर्माण कार्य शामिल हैं।
हवा में मौजूद छोटे कण (PM 2.5 और PM 10) स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
पानीपत में ग्रैप चार लागू:
पानीपत जिला प्रशासन ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण के तहत कड़े कदम उठाए हैं। इस चरण में कई पाबंदियाँ प्रभावी कर दी गई हैं,
जैसे:
नागरिकों को घर से बाहर निकलते वक्त विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
अस्थमा के मरीजों को अपनी दवाइयाँ साथ रखने की सलाह दी गई है।
प्रदूषण फैलाने वाले कार्यों की रोकथाम के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।
नागरिकों से अपील:
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, वाहन प्रदूषण चेक करवाएं और निर्माण कार्यों में आग न लगाएं।
कूड़ा जलाने और पुराने डीजल वाहनों के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी गई है।
बीएस-6 डीजल, सीएनजी और एलएनजी वाहन चलाने को प्राथमिकता दी गई है।
वायु प्रदूषण फैलाने की सूचना 311 और समीर एप पर दी जा सकती है।
हरियाणा के नागरिकों को प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने में सहयोग देने की अपील की गई है ताकि सभी की सेहत सुरक्षित रह सके।
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