युद्ध से तबाह गाजा को फिर बसाने में लगेंगे अरबों डॉलर, भारत कितनी मदद करेगा?
गाजा के पुनर्निर्माण में अरबों डॉलर की आवश्यकता, भारत का योगदान कैसा होगा?……
गाजा : इजरायल-हमास युद्ध ने गाजा को पूरी तरह से खंडहर में तब्दील कर दिया है, और अब इसे फिर से बसाने के लिए अरबों डॉलर की जरूरत होगी। गाजा की सड़कें, स्कूल, अस्पताल, बिजली और पानी की आपूर्ति सब कुछ नष्ट हो गया है, जिससे शहर का पुनर्निर्माण एक विशाल चुनौती बन गई है। युद्ध के बाद जब लोग घर लौटेंगे, तो उन्हें अपने शहर को पहचानने में भी कठिनाई होगी।
संयुक्त राष्ट्र और विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में 245,000 से अधिक घर नष्ट हो गए हैं, 68% सड़क नेटवर्क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, और लगभग 18 लाख लोग बेघर हो गए हैं। गाजा में 50 मिलियन टन मलबा पड़ा हुआ है, जिसे साफ करने में 21 साल का समय और 1.2 अरब डॉलर की लागत आ सकती है।
भारत ने पहले भी फिलिस्तीनी क्षेत्रों में मानवीय सहायता भेजी है, लेकिन इस बार अभी तक किसी ठोस सहायता की घोषणा नहीं की गई है। हालाँकि, यह स्पष्ट है कि गाजा का पुनर्निर्माण बिना अंतरराष्ट्रीय सहयोग के असंभव होगा। गाजा का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस तबाही के बाद कितनी मदद प्रदान करता है और इजरायल-हमास संघर्ष का राजनीतिक समाधान क्या होगा।