डायबिटीज और आंखों का खतरा: अंधेपन से बचें
आंखों में ये लक्षण दिखें तो करें तुरंत डॉक्टर से संपर्क
नई दिल्ली: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के विभिन्न अंगों पर बुरा असर डाल सकती है, और आंखों पर इसका प्रभाव विशेष रूप से गंभीर हो सकता है। अगर शुगर लेवल लगातार बढ़ा रहे तो यह आंखों की रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे अंधेपन का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आईसीएमआर के आंकड़ों के अनुसार, देश में 10 करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज से प्रभावित हैं, और यह संख्या हर साल बढ़ रही है। डायबिटीज का इलाज संभव नहीं है, लेकिन इसे नियंत्रण में रखा जा सकता है।
डायबिटीज के मरीजों में शुगर लेवल बढ़ने से शरीर की रक्त आपूर्ति प्रभावित होती है, और यही असर आंखों की रेटिना की नसों पर भी पड़ता है। रेटिना के कमजोर होने से अंधापन हो सकता है। इस बीमारी का खतरा खासतौर पर 50 साल की उम्र के बाद बढ़ता है।
डायबिटीज के मरीजों को किन लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए:
धुंधला दिखना
आंखों में दर्द बना रहना
आंखों के चारों ओर सूजन
आंखों में फ्लोटर्स (काले धब्बे)
रंगों का फीका या धुंधला दिखाई देना
आंखों से लगातार पानी आना और जलन होना
पढ़ने में परेशानी होना
डॉ. एके ग्रोवर के अनुसार, इस बीमारी के शुरुआती लक्षण हल्के हो सकते हैं, और अक्सर चश्मों की दुकानों पर होने वाले सामान्य आई चेकअप में इसका पता नहीं चलता। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को नियमित रूप से डॉक्टर से आई टेस्ट करवाना चाहिए।
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