आरईसी ने सीएसआर के तहत उत्तर प्रदेश में उन्नत कैंसर उपचार के लिए 14 करोड़ रुपये देने का एक समझौता किया
REC Foundation ने अब तक CSR दायित्वों के तहत 2,000 करोड़ रूपये की प्रतिबद्धता कर दी है
फिरोजाबाद/ नई दिल्ली :आरईसी लिमिटेड, विद्युत मंत्रालय के तहत महारत्न सीपीएसई और प्रमुख एनबीएफसी, ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल के तहत उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में एसएसबी द्वारा स्थापित ट्रॉमा सेंटर में लीनियर एक्सेलेरेटर (LINAC) मशीन की खरीद के लिए 14 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए सेवार्थ संस्थान सेठ बिमल कुमार जैन ट्रॉमा और फिजियोथेरेपी धर्मार्थ समिति (एसएसबी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए हैं।
कंपनी की विज्ञप्ति के अनुसार, इस समझौते पर 27 दिसंबर को आरईसी के सीएसआर के कार्यकारी निदेशक प्रदीप फेलोज और एसएसबी के अध्यक्ष पी. के. जिंदल ने हस्ताक्षर किए। यह समारोह आरईसी लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक विवेक कुमार देवांगन की उपस्थिति में हुआ।
लीनियर एक्सीलरेटर, जिसे लिनाक भी कहा जाता है, कैंसर के सभी प्रकार के उपचार के लिए उपयुक्त है। लिनाक कैंसर विशेषज्ञों को मस्तिष्क, रीढ़, सिर और गर्दन, फेफड़े, स्तन, अन्नप्रणाली, पेट, मलाशय, गर्भाशय, प्रोस्टेट, मूत्राशय, यकृत और हड्डियों के कैंसर का इलाज करने में मदद करते हैं।
यह प्रतिबद्धता समुदायों के बीच स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के आरईसी के सीएसआर उद्देश्यों के अनुरूप है। यह परियोजना राष्ट्र निर्माण और सभी के लिए एक स्वस्थ भविष्य बनाने के लिए आरईसी की प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है। आरईसी स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, ग्रामीण विकास और पर्यावरणीय स्थिरता के क्षेत्रों में प्रभावशाली परियोजनाओं का समर्थन करना जारी रखता है।
आरईसी फाउंडेशन ने स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, स्वच्छ जल तक पहुंच, शिक्षा और कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण, खेल और पर्यावरण स्थिरता में 400 से अधिक परियोजनाओं का समर्थन किया है। सीएसआर फंड में 1,300 करोड़ रुपये से अधिक वितरित किए जाने के साथ, सीएसआर गतिविधियों के लिए आरईसी की संचयी प्रतिबद्धता अब तक 2,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। (pic credit-Jyoti Gupta)
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