महाकुंभ में चर्चा का विषय बनी ‘माला वाली’ बाला : डॉ पुरोहित
हमारे सामुदायिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ *डॉ नरेश पुरोहित, का कैमरा प्रयागराज की भीड़ में साधुओं और तीरथ-यात्रियों का ध्यान भंग करती हुई ‘मेनका’ पर केंद्रित है!
प्रयागराज/भोपाल : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस साल पूरे 144 सालों के बाद महाकुंभ का मेला लगा है। महाकुंभ में शिरकत करने हेतु देश-विदेश से लोग आ रहे हैं। वहीं, कई राज्यों ने फेरी वाले भी अपना सामान बेचने के लिए मेले में पहुंचे हैं। इंटरनेट पर महाकुंभ से जुड़े कंटेंट की भरमार लगी हुई है।
महाकुंभ में मध्य प्रदेश के इंदौर से माला बेचने आई एक मोनालिसा नाम की सांवले रंग की बाला की विडियो ने तहलका मचा दिया है । उसकी खूबसूरती से हर कोई कायल हो गया है। उक्त जानकारी चिकित्साविद् एवं मनोवैज्ञानिक डॉ नरेश पुरोहित ने भोपाल स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज द्वारा ” महाकुम्भ तथा सामाजिक मनोविज्ञान ” विषय पर आयोजित एक सेमिनार मे देते हुए बताया कि मोनालिसा की खूबसूरती में उसकी चमकीली आंखें और रौशन मुस्कान चार चांद लगा रहे हैं।
उन्होने कहा कि मोनालिसा जो साधु-संतों या आम जनों को माला बेचकर अपनी जीविका कमाती है । स्थानीय यूट्यूबर उनके पीछे-पीछे बातचीत को भाग रहे हैं। जबकि आम लोग भी उनके साथ सेल्फी ले रहे हैं।
विशेष अतिथि डॉ पुरोहित ने कहा कि मोनालिसा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो में वो बताते दिख रहीं हैं कि वो इंदौर से माला बेचने आई हैं। माला खासकर साधु-संत ही खरीदते हैं। साथ ही वो कीमत भी सही देते हैं एवं वो कभी माला मुफ्त में नहीं मांगते।
उन्होंने आगे जानकारी दी कि एक अन्य वीडियो में वो ये बताते दिखती हैं कि वो शादीशुदा नहीं हैं। उनकी उम्र कम है। शादी के सवाल पर वो कहती हैं , “माला बेचने वाली लड़कियों की जहां माता-पिता शादी कराते हैं, वो वहीं शादी करती हैं। उनके पेशे में ये ही नियम है।”
*डॉ नरेश पुरोहित- एमडी, डीएनबी , डीआई एच , एमएचए, एमआरसीपी (यूके) एक महामारी रोग विशेषज्ञ हैं। वे भारत के राष्ट्रीय संक्रामक रोग नियंत्रण कार्यक्रम के सलाहकार हैं। मध्य प्रदेश एवं दूसरे प्रदेशों की सरकारी संस्थाओं में विजिटिंग प्रोफेसर हैं। राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम , राष्ट्रीय पर्यावरण एवं वायु प्रदूषण के संस्थान के सलाहकार हैं। एसोसिएशन ऑफ किडनी केयर स्ट्डीज एवं हॉस्पिटल प्रबंधन एसोसिएशन के भी सलाहकार हैं।