ब्रिटिश सिखों से एयरपोर्ट पर खालिस्तान और निज्जर की मौत पर पूछताछ
आतंकवाद अधिनियम 2000 के तहत हो रही लंबी पूछताछ से बढ़ी समुदाय की चिंता....
जालंधर : ब्रिटेन में सिख समुदाय के लोगों को एयरपोर्ट, बंदरगाह और ट्रेन स्टेशनों पर आतंकवाद अधिनियम 2000 की अनुसूची 7 के तहत तेजी से रोका जा रहा है। उनसे भारत के प्रति उनके रवैये, सिख धर्म और खालिस्तान मुद्दे पर विचार पूछे जा रहे हैं।
सांसद प्रीत गिल ने जताई चिंता
जालंधर मूल की सांसद प्रीत गिल ने ब्रिटेन की गृह सचिव यवेटे कूपर को पत्र लिखते हुए कहा कि यह पूछताछ सिख समुदाय को निशाना बना रही है। उन्होंने मैनचेस्टर एयरपोर्ट पर एक परिवार से घंटों तक पूछताछ का उदाहरण दिया, जिसमें खालिस्तान और निज्जर की मौत जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सवाल किए गए।
बिना वकील और स्पष्ट कारण पूछताछ
यूके के परमजीत सिंह ने आरोप लगाया कि लोगों को बिना वकील उपलब्ध कराए पूछताछ के लिए रोका जा रहा है। उनसे मोबाइल और सोशल मीडिया पासवर्ड मांगे जा रहे हैं और खालिस्तान, सिख धर्म और भारत पर व्यापक सवाल पूछे जा रहे हैं।
निष्पक्ष जांच की मांग
सांसद गिल और सिख समुदाय ने सरकार से निष्पक्ष और सम्मानजनक जांच की मांग की है, ताकि कानून का पालन करने वाले सिख असुरक्षित महसूस न करें।