छात्रा नव्या के पहले काव्य संग्रह ‘सेल्फ म्यूजिंग्स’ का एसपी गुरजोत सिंह कलेर और अजीत सिंह आहलूवालिया ने किया विमोचन
नव्या ठाकुर के शब्दों में एक गहरी समझ और परिपक्वता झलकती है जो उनकी उम्र से कहीं अधिक है : एसपी गुरजोत सिंह कलेर
चण्डीगढ़ : युवा कवियत्री एवं लेखिका नव्या ठाकुर की 25 प्रेरणादयी कविताओं के पहले काव्य संग्रह सेल्फ म्यूजिंग्स का विमोचन पंजाब पुलिस के एसपी गुरजोत सिंह कलेर और स्मार्ट बुक्स इंडिया के संचालक प्रकाशक अजीत सिंह आहलूवालिया ने आज चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में किया। शिशु निकेतन पब्लिक स्कूल, सेक्टर 43 की नौवीं कक्षा की छात्रा नव्या ठाकुर की यह रचनाएँ एक युवा मन की कहानियों का संग्रह है, जो प्रेम, जीवन, प्रकृति और स्वयं के प्रति नव्या की व्याख्या को दर्शाता है। एसपी गुरजोत सिंह कलेर ने युवा कवयित्री की प्रतिभा की सराहना की और उन्हें और अधिक रचनात्मक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। अजीत सिंह आहलूवालिया ने कहा कि नव्या ठाकुर की पहल अन्य युवाओं को भी रचनात्मक कार्य करने के लिए प्रेरणा देगी। नव्या ने इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए कहा कि युवाओं को सोशल मीडिया की आभासी दुनिया में समय ख़राब करने की बजाए किसी कला के जरिये लगातार खुद की खोज करनी चाहिए। किसी कला को अपना कर व उसका निरन्तर अभ्यास करके कोई भी अपने को परिष्कृत कर सकता है। इस अवसर पर लेखिका के अभिभावक व अन्य गणमान्य लोग चंदर कांत ठाकुर, अनीता राठौर, दिलदार सिंह व वेद प्रकाश राठौर आदि मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि एसपी गुरजोत सिंह कलेर स्वयं भी एक प्रतिष्ठित लेखक के तौर पर अपनी एक अलग पहचान स्थापित कर चुके हैं। उनकी लिखी पुस्तकें न्यू इंडिया- द रियलिटी रीलोडेड और गिट, गट्स, ग्लोरी काफी चर्चित रहीं। उन्होंने विमोचन समारोह में कहा कि नव्या ठाकुर की रचनाएँ बेहद शानदार हैं। उनके शब्दों में एक गहरी समझ और परिपक्वता झलकती है जो उनकी उम्र से कहीं अधिक है। नव्या ने अपनी लेखनी के माध्यम से जीवन की जटिलताओं को समझने, परखने और व्यक्त करने की गहरी क्षमता प्रदर्शित की है।
युवाओं को सोशल मीडिया की आभासी दुनिया में समय ख़राब नहीं करना चाहिए : नव्या ठाकुर नव्या की साहित्य यात्रा केवल भाषा का अन्वेषण नहीं है, बल्कि यह सत्य, ज्ञान और आत्म-जागरूकता की एक सच्ची खोज है। वह जो रोजमर्रा के अनुभवों, आध्यात्मिक प्रश्नों और मानवीय संपर्कों को अर्थपूर्ण चिंतन में बदल देती हैं, वह एक दुर्लभ उपहार है, खासकर इतनी कम उम्र में। उनकी पहली पुस्तक सेल्फ म्यूजिंग्स उनके साहित्यिक प्रेम और ज्ञान की अनवरत खोज का एक सशक्त प्रमाण है।
एक ऐसे युग में जहाँ विकर्षणों की कमी नहीं है, नव्या की अपने काम के प्रति समर्पण प्रेरणादायक है। उनकी लेखनी न केवल उनके रचनात्मक अभिव्यक्ति का एक स्रोत है, बल्कि यह उनके और उनके पाठकों के लिए प्रेरणा का एक स्त्रोत भी है। यह पुस्तक विचारों का एक संग्रह है जो एक युवा मस्तिष्क की अनोखी ताकत को दिखाता है, जो बड़े सपने देखने और महानता की ओर बढ़ने से नहीं डरता।
जब आप सेल्फम्यूज़िंग्स के पन्ने पलटेंगे, तो आप नव्या की दुनिया में खो जाएंगे,एक ऐसी दुनिया जहाँ साधारण को असाधारण बना दिया जाता है, उनके गहन विचारों के दृष्टिकोण से। चाहे वह प्रेम, जीवन, या मानव अनुभव के बारे में उनके विचार हों, नव्या के शब्द आपके दिल को छू लेंगे और एक स्थायी प्रभाव छोड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि यह नव्या की साहित्यिक यात्रा की केवल शुरुआत है, और वे भविष्य में लेखन के प्रति अपनी इस प्रतिबद्धता को कहां तक लेकर जाती हैं, इसका इंतज़ार रहेगा | (रोशन लाल शर्मा की रिपोर्ट)
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