पंजाब के लिए बड़े खतरे की घंटी, जारी हुई चेतावनी
पंजाब के बांधों में पानी की कमी, जल संकट और बिजली उत्पादन में कमी का सामना कर सकते हैं राज्य
पंजाब में जल संकट दिनों-दिन गहराता जा रहा है, जिससे राज्य में पानी की उपलब्धता पर गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है। पंजाब के बांधों में पानी का स्तर लगातार घटता जा रहा है, जिससे न केवल जल संकट बढ़ेगा बल्कि बिजली उत्पादन भी प्रभावित होगा। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) ने इस गंभीर स्थिति के बारे में चेतावनी जारी की है और बताया कि बांधों में पानी 10 से 15 फीसदी कम है।
BBMB ने मानसून के बाद कम बारिश और बर्फबारी के कारण पानी की कमी का अंदेशा जताया है। बोर्ड के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर ठंड में ज्यादा बारिश नहीं हुई, तो आने वाली गर्मियों में पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्य पानी और बिजली संकट का सामना कर सकते हैं। BBMB के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि सदस्य राज्यों से पानी की मांग का अनुमान लगाने में सावधानी बरतने को कहा गया है।
पंजाब के लिए यह खतरे की घंटी साबित हो सकती है, क्योंकि एक ओर जहां बड़े पैमाने पर ट्यूबवेलों से पानी निकाला जा रहा है, वहीं दूसरी ओर नदियां भी अपने सूखे तटों तक पहुंच चुकी हैं। भाखड़ा और पोंग बांधों से पानी की आपूर्ति लेने वाले राज्य पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान हैं। बुधवार को भाखड़ा बांध का जलस्तर 1,633 फीट दर्ज किया गया, जो पिछले साल से लगभग 15 फीट कम है, वहीं पौंग बांध में जलस्तर पिछले साल से 18 फीट कम है।