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भारत की पहली स्टंट वुमन, जिन्होंने मर्दों के बीच किया एक्शन और हेमा मालिनी, रेखा, मीना कुमारी जैसी मशहूर अभिनेत्रियों की बॉडी-डबल बनीं

‘शोले’ जैसी सुपरहिट फिल्म ने न केवल अपने सितारों, बल्कि इसके असली हीरोज़ को भी पर्दे पर लाकर एक नया मुकाम दिया। हम बात कर रहे हैं रेशमा पठान की, जो भारत की पहली स्टंट वुमन हैं और जिन्होंने मर्दों के बीच एक्शन करने की मिसाल पेश की। ‘शोले’ में हेमा मालिनी की बॉडी डबल के रूप में रेशमा ने कई एक्शन सीन किए, जिनमें उनका बेधड़क अंदाज देखने को मिला। हालांकि फिल्म में रेशमा को उतनी पहचान नहीं मिल पाई, लेकिन उनका योगदान आज भी फिल्म इंडस्ट्री में अविस्मरणीय है।

रेशमा पठान का संघर्ष और सफलता

रेशमा पठान का जन्म एक रूढ़िवादी मुस्लिम परिवार में हुआ था। अपने पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी रेशमा ने बचपन से ही मुश्किलों का सामना किया। 14 साल की उम्र में, जब उनके पिता अस्वस्थ थे, तो रेशमा ने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए काम करना शुरू किया। एक दिन उनके एक पड़ोसी, जो कि एक स्टंट डायरेक्टर थे, ने उन्हें स्टंट वुमन बनने का अवसर दिया। इससे उनका पूरा जीवन बदल गया और रेशमा ने बॉलीवुड की पहली महिला स्टंट एक्शन डायरेक्टर बनने का सफर तय किया।

रेशमा ने बॉलीवुड की कई प्रमुख हीरोइनों की बॉडी डबल के रूप में काम किया

रेशमा पठान ने न केवल ‘शोले’ में हेमा मालिनी की बॉडी डबल की भूमिका निभाई, बल्कि वह मीना कुमारी, डिंपल कपाड़िया, श्रीदेवी और रेखा जैसी कई प्रमुख बॉलीवुड हस्तियों के लिए बॉडी डबल रही हैं। उनकी स्टंट एक्शन में न केवल साहस था, बल्कि एक ऐसी कला थी, जिसे उन्होंने पुरुषों के बीच खुद को साबित करने के लिए बहुत संघर्ष किया।

रेशमा का योगदान

रेशमा पठान का योगदान बॉलीवुड में महिला स्टंट आर्टिस्ट के रूप में अनमोल है। उनका यह सफर न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्षों को बताता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि महिला शक्ति और साहस में कोई कमी नहीं होती। उन्होंने अपनी कला से साबित किया कि महिलाएं भी एक्शन और स्टंट की दुनिया में पुरुषों से कम नहीं हैं।

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