क्राइम मास्टर गोगो’ से ‘कॉमिक टाइमिंग बादशाह’ तक: एक हादसे ने कैसे बदली जिंदगी
क्राइम मास्टर गोगो’ से ‘कॉमिक टाइमिंग के बादशाह’ तक: शक्ति कपूर का सफर और एक हादसे ने कैसे बदल दी उनकी जिंदगी
बॉलीवुड के बेहतरीन अभिनेता और मशहूर खलनायक शक्ति कपूर आज 3 सितंबर को अपना 72वां जन्मदिन मना रहे हैं। ‘क्राइम मास्टर गोगो’ के नाम से प्रसिद्ध शक्ति कपूर ने अपने करियर में नेगेटिव और कॉमेडी दोनों ही भूमिकाओं में दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है। मिडल क्लास परिवार में जन्मे शक्ति कपूर का फिल्मी सफर आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने 700 से अधिक फिल्मों में काम किया और फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीते हैं।
शक्ति कपूर ने 1980 और 1990 के दशक में अभिनेता असरानी और कादर खान के साथ 100 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिसमें उनकी कॉमिक टाइमिंग ने उन्हें एक अलग पहचान दी। दर्शक उनके मस्तीभरे अंदाज को बहुत पसंद करते हैं।
2011 में शक्ति कपूर भारतीय रियलिटी शो ‘बिग बॉस 5’ का भी हिस्सा रहे थे, एक बात जो बहुत कम लोग जानते हैं। उनका असली नाम सुनील सिकंदरलाल कपूर है, लेकिन संजय दत्त के कहने पर उन्होंने अपना नाम बदला। संजय दत्त ने फिल्म ‘रॉकी’ के दौरान उन्हें सलाह दी थी कि उनका नाम उनकी पर्सनैलिटी से मेल नहीं खाता।
शक्ति कपूर की फिल्मी करियर की शुरुआत 1975 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘कुर्बानी’ से हुई थी। यह मौका उन्हें फिरोज खान के माध्यम से मिला था और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
एक हादसे ने शक्ति कपूर की जिंदगी में महत्वपूर्ण मोड़ लाया। उन्होंने बताया कि एक बार उनकी गाड़ी की टक्कर फिरोज खान की मर्सीडीज़ से हो गई थी। इस मौके पर उन्होंने फिरोज खान से अपने एक्टिंग डिप्लोमा के बारे में बताया। ‘कुर्बानी’ में काम कर रहे एक दोस्त की मदद से उन्हें यह फिल्म का ऑफर मिला।
तीन दशकों से अधिक के फिल्म करियर के बाद, शक्ति कपूर आज भी अपने किरदारों के लिए पहचाने जाते हैं। नेगेटिव रोल्स से शुरुआत करने के बाद, उन्होंने धीरे-धीरे एक लोकप्रिय कॉमेडी स्टार का दर्जा हासिल किया और डेविड धवन की फिल्म ‘राजा बाबू’ में नंदू के किरदार में शानदार प्रदर्शन किया, जिसके लिए उन्हें पहला फिल्मफेयर पुरस्कार मिला।
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