तख्त सचखंड के पूर्व सीईओ सरदार डीपी सिंह ने अखंड पाठ घोटाले पर स्थिति स्पष्ट की
तख्त सचखंड हजूर साहिब के अखंड पाठ घोटाले से जत्थेदार का कोई लेना देना नही
चंडीगढ़: महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित श्री तख्त सचखंड हजूर साहिब के अखंड पाठ विभाग में हुए 36लाख 69हजार रुपए से अधिक के घोटाले के मामले में शनिवार को यहां तख्त साहिब के पूर्व सीईओ सरदार डीपी सिंह ने स्पष्ट किया कि इस घोटाले से तख्त साहिब के जत्थेदार बाबा कुलवंत सिंह का कोई लेना देना नही है।यह घोटाला वर्ष 2016 से 2019 के बीच हुआ।मामले में अखंड पाठ के 721फर्जी फॉर्म भरे गए।
सरदार डीपी सिंह ने यहां चंडीगढ़ प्रेस क्लब में मीडिया से बातचीत में कहा कि संगत के बीच अखंड पाठ साहिब की मंजूरी प्रक्रिया में जत्थेदार साहिब को कोई भूमिका नहीं होती है।
उल्लखनीय है कि तख्त साहिब के अखंड पाठ विभाग में 36 लाख 69 हजार से अधिक का यह मामला मुंबई के एडवोकेट अंमृतपाल सिंह ने उठाया था। हाई कोर्ट ने उनकी याचिका पर ही मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था।अखंड पाठ के फर्जी फॉर्म भरकर भुगतान के बिल बनाए गए थे।इस घोटाले के मास्टर माइंड क्लर्क महिपाल लिखेरा को बर्खास्त कर दिया गया था।तीन अन्य निलंबित कर्मचारी रविंद्र सिंह,धर्मपाल सिंह और थान सिंह को निलंबित करने के बाद बहाल कर दिया गया। (रोशनलाल शर्मा की रिपोर्ट)
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