लीवर डोनेट करने वाली टीचर रूपा अरोरा ने स्नातकोतर में शीर्ष दूसरा स्थान पाया
चंडीगढ़: सेक्टर 38-बी चंडीगढ़, गवर्नमेंट हाई स्कूल में पढ़ाने वाली स्थानीय हिंदी मिस्ट्रेस रूपा अरोड़ा ने सीडीओई, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के ऑडिटोरियम में आयोजित 8वें वार्षिक दीक्षांत समारोह और 48वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में हिंदी में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की, वह भी यूनिवर्सिटी में शीर्ष दूसरा स्थान हासिल किया, दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से। 2011 में अपने पति को लीवर डोनेट करने के बाद यह उनकी तीसरी पोस्ट ग्रेजुएशन है।
उनके लीवर का 65% हिस्सा उनके पति में प्रत्यारोपित किया गया और उनकी जान बचाई गई, जो चंडीगढ़ प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग में लेखा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। यह न केवल साहस, बलिदान का एक ठोस उदाहरण है, बल्कि समाज में एक उदाहरण स्थापित कर रहा है कि आपके जीवन में आपके नियंत्रण से परे कठिन परिस्थितियों में भी कुछ भी किया जा सकता है। वह जीएचएस 38 बी चंडीगढ़ में हिंदी मिस्ट्रेस हैं और अपनी प्राप्त उच्च शिक्षा से न केवल सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान कर रही हैं साथ परिवारकी देखरेख और समाज में विभिन्न मंचों पर लिविंग लिवर डोनर होने के कारण तथा अपने निजी जीवन में अंगदान की महत्ता को देखते हुए छात्रों और युवाओं को आर्गन डोनेशन के प्रति जागरूक कर रही हैं । वह जीता जागता सबूत है सब कुछ कर दिखाने का और वो भी उत्कृष्ट परिणामों के साथ !
वह आम जनता और युवा पीढ़ी के लिए एक सच्ची आदर्श हैं। इससे पहले उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से मास कॉम और जर्नलिज्म में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा पूरा किया और बाद में पंजाबी यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा किया। उन्होंने इग्नू से सोशल वर्क काउंसलिंग में मास्टर्स की पढ़ाई पूरी की। उनकी ये प्राप्तियाँ बहुत सराहनीय हैं | (रोशन लाल शर्मा की रिपोर्ट)
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