पहली बार वोट डालने वाली अंगुली की भूमिका-डॉ. विक्रम सिंह*
देश के युवा एवं पहली बार वोट का अधिकार प्रयोग करने वाले मतदाता देश का भविष्य तय करते हैं-एक उत्कृष्ट लेख
भारतीय चुनावों के 70 साल से ज्यादा के इतिहास में इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव बेहद खास हैं। इस बार 18 से 19 साल की उम्र के करीब 1.89 करोड़ युवा अपने मताधिकार का पहली बार इस्तेमाल करने जा रहे हैं। मतदाताओं की यह संख्या वर्ष 2019 की तुलना में 22.7% अधिक है। अगर 20-29 साल के वोटरों की बात करें तो इनकी कुल संख्या 19.7 करोड़ से ज्यादा है।
आगामी चुनावों में 21 करोड़ से ज्यादा ऐसे युवा अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले हैं, जिनकी उम्र 30 साल से कम होगी।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि देश के पहले लोकसभा चुनावों (1951-52) से लेकर 2019 तक के चुनावों में लोगों की भागीदारी की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। देश के पहले चुनाव के दौरान कुल 36 करोड़ की आबादी में से 17.3 करोड़ मतदाता थे, जिनमें से 45.7% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया और वर्ष 2019 में कुल 91 करोड़ मतदाताओं में से 67.11% ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इन मतदाताओं में नये युवा मतदाताओं की भी अच्छी-खासी संख्या रही है।
युवा किसी देश का भविष्य होते हैं, अगर उनकी ताकत को सही मार्गदर्शन मिले तो वह देश की तकदीर बदल सकते हैं। इस संबंध में देश के युवाओं विशेषकर पहली बार मतदान करने जा रहे मतदाताओं को जहां अपने मतदान के अधिकार का उपयोग पूरे जुनून और जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए, वहीं सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाता, आलस्य से बचें और अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। यह अधिकार इन युवाओं का वह अधिकार है, जिसे हासिल करने के संघर्ष का वर्णन इतिहास की असंख्य कृतियों में किया गया है।
पहली बार मतदाताओं को बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए प्रोत्साहित करने का महत्व इस बात से भी स्पष्ट होता है कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कुछ दिन पहले ‘मन की बात’ के 110वें एपिसोड में चुनाव आयोग द्वारा लॉन्च किये गए ‘मेरा पहला वोट – देश के लिए’ अभियान का विशेष उल्लेख किया था। माननीय प्रधानमंत्री ने इस अभियान पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत को, जोश और ऊर्जा से भरी अपनी युवा शक्ति पर गर्व है। हमारे युवा-साथी चुनावी प्रक्रिया में जितनी अधिक भागीदारी करेंगे, इसके नतीजे देश के लिए उतने ही लाभकारी होंगे। उन्होंने देश के इन्फ्लुएंसर्स को भी आग्रह किया, चाहे वो खेल जगत से जुड़े हों, फिल्म जगत से हों, साहित्य जगत से हों, दूसरे पेशेवर हों या हमारे इंस्टाग्राम और यूट्यूब के इन्फ्लुएंसर्स हों, वो भी इस अभियान में बढ-चढ़कर हिस्सा लें और हमारे पहली बार मतदान करने वालों को प्रेरित करें।
इस बार के मतदान के लिए, जिन युवतिओं की पहली बार वोट बनी है, उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करना चाहिए। वर्तमान समय में जहां महिलाएं समाज के हर क्षेत्र में अग्रणी बनकर देश का नाम रोशन कर रही हैं, वहीं उन्हें मतदान के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभानी होगी। इस प्रक्रिया में समाज के हर वर्ग को लड़कियों को घर से बाहर निकलकर मतदान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। जिस प्रकार घर की समृद्धि और प्रगति में महिलाओं की विशेष भूमिका होती है, उसी प्रकार देश की प्रगति और समृद्धि में महिलाओं के वोट का एक विशेष स्थान है।
हम भारतीय इस मामले में भाग्यशाली हैं कि भारत शायद दुनिया के उन कुछ देशों में से एक है जहां हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के समान संवैधानिक अधिकार प्राप्त हैं। दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां के नागरिकों को वोट का अधिकार पाने के लिए बड़ा संघर्ष करना पड़ा है। फ्रांस में महिलाओं को वोट के अधिकार के लिए लंबे संघर्ष के बाद 1946 में उन्हें वोट का अधिकार मिला। जहां अमेरिका जैसे देशों को महिलाओं को वोट देने का अधिकार प्राप्त करने में 140 साल से ज्यादा का समय लगा और इंग्लैंड को ऐसा करने में एक सदी लग गई, वहीं भारत में महिलाओं को वोट का अधिकार भारत की आजादी के साथ ही मिल गया था।
कई नए मतदाता यह सोचकर मतदान करने नहीं जाते कि चुनाव से उन्हें क्या लाभ होगा या कुछ एक के लिए यह दिन छुट्टी मनाने का दिन होता है। यहां युवा मतदाताओं को यह समझने की जरूरत है कि हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती यही है कि नागरिक वोट के जरिए अपने क्षेत्र के लिए अच्छे प्रतिनिधि चुनकर खुद सरकार बनाते हैं। यही अच्छे प्रतिनिधि हमारे समाज और देश को बेहतर बना सकते हैं। मतदाता न केवल अपना वोट डालता है बल्कि वह अपने कार्य से देश के विकास में भी योगदान देता है। मतदाता सक्रियता जिम्मेदार और जवाबदेह सरकार के विकास को बढ़ावा देती है, क्योंकि निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा अपने मतदाताओं की चिंताओं को दूर करने की अधिक संभावनाएँ होती है। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी लोकतांत्रिक व्यवस्था की विश्वसनीयता को मजबूत करती है। दरअसल, देखा जाए तो मतदान न केवल एक अधिकार है, बल्कि एक नागरिक कर्तव्य भी है, जिसका उपयोग करके देश की समग्र प्रगति में अपना योगदान दिया जा सकता है।
इस बार के मतदान के लिए, जिन युवतिओं की पहली बार वोट बनी है, उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करना चाहिए। वर्तमान समय में जहां महिलाएं समाज के हर क्षेत्र में अग्रणी बनकर देश का नाम रोशन कर रही हैं, वहीं उन्हें मतदान के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभानी होगी। इस प्रक्रिया में समाज के हर वर्ग को लड़कियों को घर से बाहर निकलकर मतदान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। जिस प्रकार घर की समृद्धि और प्रगति में महिलाओं की विशेष भूमिका होती है, उसी प्रकार देश की प्रगति और समृद्धि में महिलाओं के वोट का एक
विशेष स्थान है। हम भारतीय इस मामले में भाग्यशाली हैं कि भारत शायद दुनिया के उन कुछ देशों में से एक है जहां हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के समान संवैधानिक अधिकार प्राप्त हैं। दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां के नागरिकों को वोट का अधिकार पाने के लिए बड़ा
देश में पहली बार मतदान करने जा रहे मतदाताओं और युवाओं को आलस्य छोड़कर मतदान करने के महत्व के बारे आजाद भारत के पहले मतदाता हिमाचल प्रदेश के किन्नौर निवासी श्री श्याम सरन नेगी जी की यहाँ चर्चा करनी बनती है। भारत की आजादी के बाद जब देश में पहली बार आम चुनाव हुए थे तो श्री श्याम सरन नेगी जी पहले भारतीय थे, जिन्होंने 25 अक्टूबर 1951 को कतार में खड़े होकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। उन्होंने अपने जीवन में लगभग 33 बार मतदान के अधिकार का प्रयोग किया। वह अपने मताधिकार का प्रयोग करने को लेकर इतने उत्साहित थे कि वर्ष 2022 में 106 साल की वृद्ध उम्र में भी उन्होंने अपनी अंतिम साँस लेने से कुछ दिन पहले मतदान करने में आलस्य नहीं किया।
मतदान एक महत्वपूर्ण नागरिक कर्तव्य है, जिसका हमारे देश के भविष्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। आइए ‘मेरा पहला वोट-देश के लिए’ अभियान का हिस्सा बनें और इस बार विशेषकर नए मतदाता यह प्रण करें कि वे लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने के लिए बिना किसी लालच और डर के जहां अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे वहीं अपने जैसे अन्य नए मतदाताओं को भी पहली बार मतदान करने के लिए प्रेरित करेंगे ताकि भारत के युवा अन्य क्षेत्रों की तरह दुनिया भर के नए मतदाताओं के लिए एक उदाहरण बनकर उभर सकें।( representative pics credit-GettyImages)
—————————————
*लेखक भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में भारतीय सूचना सेवा के अधिकारी हैं। (संपर्क : 98884 13836)
Comments are closed.