80 ई-बसों ने बचाया 25.45 लाख लीटर डीजल, सीटीयू का बेड़ा बढ़कर 438 होगा
सीटीयू के 80 ई-बसों ने 6719 मीट्रिक टन CO2 बचाया, 2026 तक 438 इलेक्ट्रिक बसें जोड़ने का लक्ष्य
अंबाला: चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) की 80 इलेक्ट्रिक बसों ने न केवल 25.45 लाख लीटर डीजल बचाया, बल्कि पर्यावरण के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन ई-बसों ने 6719 मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन को रोककर शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार किया है।
सीटीयू की ई-बसों ने न सिर्फ पर्यावरणीय लाभ प्रदान किया है, बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण बचत की है। इन बसों के संचालन से सीटीयू को डीजल पर होने वाले खर्च में कमी आई है और परिवहन विभाग को आर्थिक बचत हो रही है। सीसीबीएसएस के राजस्व में भी लगातार वृद्धि देखी जा रही है।
सीटीयू ने 2026-27 तक अपने इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े को 80 से बढ़ाकर 438 करने का लक्ष्य तय किया है। इस साल 100 नई ई-बसों का शामिल होना तय है और अगले साल 170 और बसों को शामिल करने की योजना है। सीटीयू ने प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के तहत 12 मीटर की अल्ट्रा लो फ्लोर बसों के लिए समझौता किया है।
इन नई ई-बसों की किलोमीटर के आधार पर फीस तय की गई है, और केंद्र सरकार 24 रुपये प्रति किलोमीटर की सब्सिडी देगी। वर्तमान में 80 ई-बसों को केंद्र सरकार की फेम इंडिया स्कीम के तहत 45 लाख रुपये प्रति बस की सब्सिडी प्राप्त है।
सीटीयू का उद्देश्य न केवल अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारना है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अहम कदम उठाना है।
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