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सभी स्कूलों में सुबह की असेंबली में परिषद की पुस्तक ‘चेतना के स्वर से’ एक गीत हर रोज गाया जाए : गुलाब चंद कटारिया

शिक्षा सचिव प्रेरणा पुरी को दिए निर्देश

भारत विकास परिषद के पांचो सूत्रों सम्पर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण की व्याख्या की राज्यपाल ने

 

चण्डीगढ़ : संस्कार प्रकल्पों के अंतर्गत भारत विकास परिषद चंडीगढ द्वारा वार्षिक राष्ट्र भक्ति एवं राष्ट्र प्रेम के हिंदी और संस्कृत के गीतों के कार्यक्रम राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता का आज लक्ष्मीबाई महिला भवन, सेक्टर 38 में आयोजन किया गया जिसमें 33 टीमों ने भाग लिया जिनमें से सीएलडीएवी विद्यालय, सेक्टर 7 की टीम प्रथम, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय, सेक्टर 22 ए की टीम द्वितीय तथा राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय, सेक्टर 53 की टीम तृतीय स्थान पर रही। शहर के जाने-माने तीन संगीत विशेषज्ञों ने टीमों का मूल्यांकन कर टीमों का प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थानों का परिणाम निकाला। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने विजेता टीमों को पुरस्कार वितरित किये।
इसी अवसर पर सांकेतिक रूप मे पांच स्कूली बच्चों को वर्दी के स्वेटर भी महामहिम द्वारा अपने कर कमलों से दिए गये। बाकी लगभग 700 बच्चों को ऐसे ही स्वेटर भारत विकास परिषद द्वारा स्कूलों में जा कर दिये जाएंगे।
इस अवसर पर  राज्यपाल  ने भारत विकास परिषद द्वारा सेवा और संस्कारों के किये जा रहे अद्भुत कार्यों की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों को देश के प्रति प्रेम और भक्ति का जज्बा पैदा करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चे परोपकार को अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग बनाएं जिससे हम एक ऐसा संसार बना सकें जिसमें सभी निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करें। महामहिम ने बताया कि भारत विकास परिषद की पुस्तक चेतना के स्वर के हर एक गीत के पीछे देश भक्ति की भावना छिपी है। बच्चों को यह गीत गुनगुनाने चाहिए क्योंकि इसी से उनमें देश प्रेम की भावना जागृत होगी। उन्होंने भारत विकास परिषद के पांचो सूत्रों संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण की व्याख्या की। सेवा संस्कारों से आती है और यही भारत विकास परिषद सिखाती है। उन्होंने भारत विकास परिषद के कोटा मे चल रहे 220 बिस्तर वाले हॉस्पिटल व चंडीगढ़ मे इंदिरा होली डे होम में चल रहे भारत विकास परिषद के डायगनोस्टिक सेंटर का सेवा के क्षेत्र मे योगदान का विशेष रूप से जिक्र किया। उन्होंने कार्यक्रम मे उपस्थित श्रीमती प्रेरणा पुरी, चंडीगढ़ की शिक्षा सचिव को कहा कि चंडीगढ़ के सभी स्कूलों को आदेश जारी करें कि सभी स्कूल अपनी सुबह की असेंबली मे देशभक्ति की पुस्तक चेतना के स्वर से कम से कम एक गीत हर रोज गाएं।
इस अवसर पर चंडीगढ़ की शिक्षा सचिव प्रेरणा पुरी, सुरेश जैन राष्ट्रीय संगठन सचिव, अजय दत्ता, चंडीगढ़ चैरिटेबल डायगनोस्टिक केंद्र के निदेशक, पीके शर्मा, अध्यक्ष, भारत विकास परिषद, चंडीगढ़, भूपिंदर कुमार, महासचिव, भारत विकास परिषद, चंडीगढ़ के अलावा भारत विकास परिषद चंडीगढ के काफी संख्या मे सदस्य व लगभग 100 विद्यार्थी एवं अध्यापक भी उपस्थित रहे।

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