सोनीपत में तेल पाइपलाइन का विरोध, किसानों की महापंचायत में 42 हिरासत में
किसानों ने मुआवजा की मांग को लेकर किया विरोध, पुलिस ने 42 प्रदर्शनकारियों को किया हिरासत में
सोनीपत (हरियाणा): सोनीपत के गोहाना के गांव कोहला में तेल पाइपलाइन बिछाने का विरोध कर रहे किसानों ने एक महापंचायत आयोजित की। किसान इस पाइपलाइन को बिछाने के खिलाफ हैं और वे मुआवजे को लेकर अपनी मांगें उठा रहे हैं। 3 अगस्त से जारी इस विरोध में बुधवार को किसानों ने पंचायत बुलाकर एक बार फिर काम रुकवाया। इसके बाद पुलिस ने 42 किसानों को हिरासत में लिया, हालांकि उन्हें कुछ समय बाद छोड़ दिया गया।
किसानों की महापंचायत और विरोध:
किसानों ने तेल पाइपलाइन बिछाने के काम का विरोध करते हुए महापंचायत बुलाई। किसानों का कहना है कि उन्हें मार्केट रेट के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। इससे पहले, किसान नेताओं ने पोकलेन मशीन के आगे खड़े होकर काम को रुकवाया था, जिससे काम में रुकावट आई थी। किसानों की यह महापंचायत विरोध की एक और कड़ी थी, जिसमें किसानों ने अपनी मांगों को दोहराया।
पुलिस कार्रवाई और हिरासत:
किसानों के विरोध के बाद पुलिस ने 42 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। हालांकि, कुछ घंटों बाद सभी को छोड़ दिया गया। पुलिस का कहना है कि किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की गई। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बावजूद किसानों का आंदोलन जारी रहा।
किसान मुआवजा की मांग पर अड़े:
किसानों का कहना है कि पाइपलाइन बिछाने से उनकी ज़मीन का नुकसान होगा और उन्हें उचित मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया जाए और उन्हें बाजार दर पर मुआवजा दिया जाए। किसान नेता भी इस मुद्दे को उठाने के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं।
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