राइस मिलर और ग्रांटरों पर गंभीर आरोप, पुलिस ने जांच शुरू की
कैथल में कस्टम मिलिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी
कैथल(हरियाणा): कैथल के गुहला में हैफेड (हरियाणा स्टेट कोऑपरेटिव सप्लाई एंड मार्केटिंग फेडरेशन) से लगभग 5.88 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस मामले में एक राइस मिलर और उसके ग्रांटरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने यह मामला डीएम हैफेड की शिकायत के आधार पर कैथल के पुलिस अधीक्षक कार्यालय की अनुशंसा पर दर्ज किया है।
डीएम हैफेड द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, खरीफ विपणन सीजन 2023-24 के दौरान मैसर्ज गोयल फूड, चीका और मैसर्ज आत्मा राम राइस एंड जनरल मिल, चीका को कस्टम मिलिंग के लिए जिला मिलिंग कमेटी कैथल द्वारा हैफेड, कैथल को आबंटित किया गया था। इस प्रक्रिया के तहत मिलर्स को धान मिलिंग का ठेका दिया गया था, लेकिन आरोप है कि इन कंपनियों ने मिलिंग के दौरान अनियमितताएं बरतीं और हैफेड को बड़ा वित्तीय नुकसान पहुंचाया।
शिकायत में बताया गया है कि दोनों मिलर्स ने मिलिंग के अनुबंध का उल्लंघन किया और दी गई जिम्मेदारियों का सही ढंग से पालन नहीं किया। डीएम हैफेड ने अपनी शिकायत में कहा कि दोनों मिलर्स ने धान मिलिंग प्रक्रिया में धोखाधड़ी की है, जिससे हैफेड को करोड़ों का नुकसान हुआ है। इसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जांच के दौरान सभी दस्तावेजों की समीक्षा की जाएगी:
पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान सभी दस्तावेजों की समीक्षा की जाएगी और यह देखा जाएगा कि अनुबंध में तय की गई शर्तों का पालन क्यों नहीं किया गया। पुलिस ने कहा कि मामले में दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस घोटाले के सामने आने से कैथल क्षेत्र के मिलर्स और कस्टम मिलिंग प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं।
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