पंजाब में ED की बड़ी कार्रवाई: एल.डी.पी. स्कीम के तहत आबंटित प्लाटों का मांगा ब्यौरा
पूर्व मंत्री आशु सहित कईयों की बढ़ी मुश्किलें
लुधियाना: पंजाब में 2000 करोड़ रुपये के फूड सप्लाई घोटाले और लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के तहत एल.डी.पी. स्कीम में हुए प्लॉट घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई अब तेज हो गई है। इस मामले में कई बड़े चेहरों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है, जिनमें पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु और लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन रमन बाला सुब्राह्मण्यम प्रमुख हैं। आने वाले दिनों में इन नेताओं सहित कई अन्य लोगों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
फूड सप्लाई घोटाले में पी.एम.एल.ए. याचिका:
ई.डी. ने फूड सप्लाई विभाग में हुए 2000 करोड़ के घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु सहित 31 लोगों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत याचिका दायर की है। यह याचिका जालंधर की ई.डी. स्पैशल कोर्ट में दायर की गई है। इस घोटाले में शामिल सभी नामचीन चेहरों पर अब कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है।
एल.डी.पी. स्कीम प्लॉट आबंटन में धांधली:
लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट द्वारा एल.डी.पी. स्कीम के तहत प्लॉटों के आबंटन में हुई धांधली पर भी ई.डी. ने ध्यान केंद्रित किया है। बताया जा रहा है कि रमन बाला सुब्राह्मण्यम के चेयरमैन रहते हुए इस स्कीम के तहत प्लॉटों का अनियमित आबंटन किया गया, जिससे सरकार को भारी नुकसान हुआ। ई.डी. ने इस दौरान आबंटित सभी प्लॉटों का ब्यौरा मांगा है ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके।
कई बड़े चेहरों पर गिरी गाज:
इस मामले में पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु, रमन बाला सुब्राह्मण्यम सहित कई प्रमुख चेहरों की मुसीबतें बढ़ने वाली हैं। घोटाले की जांच में अभी और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं, जो आने वाले दिनों में कानूनी पचड़े में फंस सकते हैं। ई.डी. की इस सख्त कार्रवाई से राज्य में हड़कंप मचा हुआ है और सभी संबंधित लोगों पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है।
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