पंजाब में डिप्थीरिया से बच्ची की मौत: WHO टीम मौके पर पहुंची
फिरोजपुर में तीन साल की मासूम की बीमारी से हुई मृत्यु, 200 से ज्यादा बच्चों की जांच की गई
फिरोजपुर : पंजाब में डिप्थीरिया बीमारी के कारण एक तीन साल की बच्ची की मौत हो गई है। यह घटना फिरोजपुर के स्लम बस्ती आवा वाली में रविवार को हुई। मृतक बच्ची को फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहाँ उसकी हालत बिगड़ गई और अंततः उसने दम तोड़ दिया।
डिप्थीरिया से मौत की पुष्टि:
फरीदकोट मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों ने बच्ची की मौत की पुष्टि की है। डिप्थीरिया, जिसे स्थानीय भाषा में गलघोंटू कहा जाता है, एक संक्रामक बीमारी है, जो आमतौर पर अस्वच्छता और टीकाकरण की कमी के कारण फैलती है। इस बीमारी का असर शिशुओं और छोटे बच्चों पर अधिक होता है, और यह उनके जीवन के लिए अत्यधिक खतरा पैदा कर सकता है।
WHO की टीम की जांच:
घटना की सूचना मिलने के बाद, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की एक टीम तुरंत इलाके में पहुंची। टीम ने विभिन्न स्लम बस्तियों में 200 से अधिक बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। WHO की टीम का मुख्य उद्देश्य डिप्थीरिया के संभावित प्रकोप को रोकना और प्रभावित क्षेत्र में टीकाकरण की स्थिति का आकलन करना है।
स्वास्थ्य जागरूकता की आवश्यकता:
विशेषज्ञों का मानना है कि डिप्थीरिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण बेहद आवश्यक है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि वे समुदाय में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने के लिए कदम उठाएं ताकि लोग अपने बच्चों का समय पर टीकाकरण करवा सकें और ऐसी गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रह सकें।
पंजाब में इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की तत्परता और टीकाकरण कार्यक्रमों की आवश्यकता को और भी स्पष्ट कर दिया है।
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