धान की सरकारी खरीद आज से शुरू, आढ़तियों और शेलर मालिकों का विरोध जारी, सीएम करेंगे अहम बैठक
पंजाब में धान की सरकारी खरीद आज से शुरू हो रही है, लेकिन सरकार आढ़तियों और शेलर मालिकों को मनाने में अब तक नाकाम रही है। आढ़तियों की हड़ताल जारी है, और वे धान की खरीद-फरोख्त के लिए तैयार नहीं हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज सुबह 11 बजे आढ़तियों के साथ बैठक बुलाई है, ताकि इस समस्या का समाधान खोजा जा सके। पंजाब की फैडरेशन ऑफ आढ़ती एसोसिएशन के नेता अमनदीप सिंह ने बताया कि इस बैठक में 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल हिस्सा लेगा।
आढ़तियों ने 2.5 प्रतिशत कमीशन की मांग रखी है, जबकि सरकार ने प्रति क्विंटल 46 रुपये का रेट तय किया है। आढ़तियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे हड़ताल पर डटे रहेंगे और मंडियों में धान की खरीद-बिक्री नहीं होगी। जगरांव के आढ़ती प्रधान कन्हैया गुप्ता ने बताया कि हड़ताल के तहत आढ़ती, मजदूर और मुनीम रोजाना 11 बजे से 1 बजे तक धरना देंगे।
भारतीय किसान यूनियन का विरोध:
भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के सीनियर उप-प्रधान अमरजीत सिंह कालवां और चेयरमैन यादविंदर सिंह रुड़े आसल ने किसानों के साथ हो रही ‘लूट’ पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि बासमती के रेट बेहद कम हैं, जिससे किसानों को प्रति एकड़ 20 से 22 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है। यूनियन का आरोप है कि सरकार पंचायती चुनाव का एलान कर मंडियों में धान की बर्बादी करवा रही है और किसानों से धान को कम कीमत पर खरीद रही है।
राइस मिल्स ऑर्गेनाइजेशन का गठन:
तरनतारन में माझा और दोआबा जोन के पांच जिलों के राइस मिलर्स ने मीटिंग करके ‘माझा दोआबा राइस मिल्स ऑर्गेनाइजेशन’ का गठन किया है। इसका उद्देश्य पांच जिलों की राइस मिलर्स की मांगों को सरकार तक पहुंचाना है। तरनतारन के अवतार सिंह तनेजा को प्रधान चुना गया है, जबकि अन्य जिलों के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल हैं।
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