पितरों का श्राद्ध करने वाले व्यक्ति को इच्छित फल की प्राप्ति होती है: कथा व्यास सुरेश शास्त्री
साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा-पितृ मोक्ष महायज्ञ आयोजित
भगवान की शरण में निष्काम भाव से जाएं: कथा व्यास
चंडीगढ़ : अपने पितरों का श्राद्ध करने वाले व्यक्ति को इच्छित फल की प्राप्ति होती है। यह प्रवचन गौ भक्ति जनकल्याण सेवा समिति, चंडीगढ़ द्वारा श्री सनातन धर्म मंदिर धर्मशाला में आयोजित 11वां साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा-पितृ मोक्ष महायज्ञ के विराम दिवस पर कथा व्यास सुरेश शास्त्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं से कहे।
उन्होंने बताया कि जिंदगी में सफलता के लिए मेहनत, ईश्वरीय कृपा के साथ-साथ पितरों का आशीर्वाद भी बेहद जरूरी होता है और पितरों को सम्मान देने से वह प्रसन्न होते हैं तथा पूरे परिवार पर अपनी कृपा बरसाते हैं, इसीलिए दिवंगत परिजनों की आत्मा की शांति के लिए पितृ पक्ष में तर्पण-श्राद्ध किया जाता है।
कथा व्यास ने श्री कृष्ण व सुदामा जी का प्रसंग श्रद्धालुओं को श्रवण करवाते हुए यह संदेश दिया कि भगवान की शरण में निष्काम भाव के साथ जाना चाहिए। इस अवसर पर श्रीकृष्ण व सुदामा जी की जीवंत झांकी ने श्रद्धालुओं भाव विभोर किया। कथा के दौरान कथा व्यास ने कर्णप्रिय भजनों से श्रद्धालुओं का समां बांधा। श्रद्धालुओं ने भगवान के भजनों पर नृत्य किया और भगवान के जयकारे लगाए।
इस अवसर पर विधि विधान से हवन किया गया। श्रीमद्भागवत् महापुराण का अंतिम श्लोक सभी भक्तों के द्वारा बुलवाकर पूर्णाहुति दी गई, जिसके बाद महाआरती की गई। तद्पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर आयोजकों द्वारा सनातन धर्म मन्दिर, सेक्टर 37 के कार्यकारणी सदस्यों और शहर की विभिन्न संकीर्तन मंडलियों के पूर्ण सहयोग के लिए उनका आभार जताया। (रोशन लाल शर्मा की रिपोर्ट)
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