आमिर खान का बेटा ना होता तो नहीं मिलती फिल्म जुनैद की ईमानदारी ने जीता लोगों का दिल
ईमानदारी की मिसाल
नई दिल्ली: कुछ वर्षों से इंडस्ट्री में बाहरी बनाम नेपो-किड्स के बीच बहस छिड़ी हुई है। इस विवाद ने कई बार ऐसे एक्टर्स को ट्रोल किया है जो फिल्मी परिवारों से आते हैं। अब, आमिर खान के बेटे जुनैद खान ने अपने अनुभव साझा करते हुए ईमानदारी से कहा है कि अगर वह आमिर खान के बेटे नहीं होते, तो शायद उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में सफलता नहीं मिलती।
जुनैद का डेब्यू
बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान के बेटे जुनैद ने हाल ही में नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘महाराज’ से एक्टिंग में कदम रखा है। इस फिल्म को आलोचकों से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिलीं, लेकिन जुनैद के प्रदर्शन की काफी सराहना हुई। यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण शुरुआत है और उन्होंने अपने पिता की छाया से बाहर निकलने का प्रयास किया है।
ईमानदारी की मिसाल
जुनैद ने एक इंटरव्यू में कहा, “मैं स्वीकार करता हूँ कि मेरी पहचान आमिर खान के बेटे के रूप में ही है। अगर मैं उनके बेटे नहीं होता, तो शायद मुझे यह मौका नहीं मिलता।” उनकी इस ईमानदारी ने दर्शकों का दिल जीत लिया है और यह दिखाता है कि वह अपने लिए एक अलग पहचान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
नेपो किड्स पर चर्चा
जुनैद का यह बयान नेपो किड्स के मुद्दे पर फिर से चर्चा को जन्म देता है, जो पिछले कुछ समय से इंडस्ट्री में सक्रिय रहा है। कई लोग इसे एक विवाद मानते हैं, जबकि कुछ का मानना है कि हर व्यक्ति को अपनी मेहनत से सफलता हासिल करनी चाहिए। जुनैद की ईमानदारी ने यह साबित कर दिया है कि वह अपने करियर को गंभीरता से ले रहे हैं और अपनी पहचान बनाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।
जुनैद का यह बयान न केवल उनके लिए, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणादायक है जो फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने का सपना देख रहे हैं।
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