जालंधर में 135 साल पुराने चर्च को बेचने की कोशिश का मामला सामने आया है, जिसमें बड़ा खुलासा हुआ…
जालंधर: मिशन कम्पाउंड स्थित 135 साल पुरानी ऐतिहासिक गोलकनाथ मैमोरियल चर्च को बेचने की साजिश का खुलासा हुआ है। दो दिन बाद चर्च की प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री होने वाली थी, लेकिन समय रहते ट्रस्ट को इसकी जानकारी मिल गई। इसके बाद उन्होंने जिलाधीश और पुलिस कमिश्नर को सूचित कर तत्काल कार्रवाई की मांग की।
यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया ट्रस्ट के सचिव अमित के. प्रकाश ने बताया कि उन्हें इस साजिश की जानकारी मंगलवार को मिली, जिसके बाद उन्होंने जांच करवाई। जांच में पता चला कि लुधियाना के ईसा नगर निवासी जॉर्डन मसीह ने 5 करोड़ रुपए का बयाना देकर लाडोवाली रोड निवासी बाबा दत्ता के साथ चर्च की 24 कनाल से ज्यादा की जमीन का सौदा किया था। सौदे के दस्तावेजों में चर्च की प्रॉपर्टी के खसरा नंबर भी दर्ज थे।
यह भी सामने आया कि चर्च को बेचने के लिए ‘यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया’ के नाम से एक फर्जी ट्रस्ट बनाई गई थी। जैसे ही यह जानकारी श्रद्धालुओं के बीच फैली, शुक्रवार को चर्च में हंगामा हो गया। ट्रस्ट ने तुरंत जिलाधीश हिमांशु अग्रवाल को सूचित किया, जिसके बाद तहसीलदार मनिंदर सिंह ने रजिस्ट्री को रुकवा दिया।
सचिव अमित के. प्रकाश ने पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा को लिखित शिकायत देकर जॉर्डन मसीह, बाबा दत्ता और अन्य आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जॉर्डन मसीह और बाबा दत्ता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। थाना नई बारादरी के प्रभारी कमलजीत सिंह ने पुष्टि की कि इस मामले में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं, और जांच जारी है।
चर्च का निर्माण 1895 में हुआ था और इसे ऐतिहासिक इमारतों में गिना जाता है। जॉर्डन मसीह पहले भी सहारनपुर में एक चर्च को बेचने की कोशिश में पकड़ा जा चुका है और फिलहाल जमानत पर है।
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