पंजाब विधानसभा का तीन दिवसीय मानसून सत्र सफलतापूर्वक समाप्त हो गया है। सत्र के अंतिम दिन कई महत्वपूर्ण बिल पेश किए गए, जो राज्य के विकास और प्रशासन के विभिन्न पहलुओं से जुड़े हैं।
इस सत्र के समापन पर, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंचायत चुनावों को लेकर एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने घोषणा की कि आगामी पंचायत चुनाव बिना पार्टी सिंबल के लड़े जाएंगे। इस निर्णय का उद्देश्य स्थानीय चुनावों में पार्टी राजनीति को कम करना और पारदर्शिता को बढ़ाना है।
सीएम मान ने कहा, “हम चाहते हैं कि पंचायत चुनाव पूरी तरह से स्थानीय मुद्दों और उम्मीदवारों की क्षमताओं पर आधारित हों, न कि पार्टी की राजनीति पर। यह कदम ग्राम पंचायतों को सशक्त करने और स्थानीय स्वशासन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।”
इस ऐलान के बाद, पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में चुनाव प्रक्रिया पर व्यापक असर पड़ने की संभावना है। इस समय, प्रदेश के लोग और राजनीतिक विश्लेषक इस नई नीति के संभावित प्रभावों पर गौर कर रहे हैं।
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