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आरईसी लिमिटेड ने 55वीं वार्षिक आम बैठक आयोजित की; अपनी पहली सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट जारी की

निदेशक मंडल ने ग्लोबल रिपोर्टिंग इनिशिएटिव, यूनिवर्सल स्टैंडर्ड्स 2021 के साथ संरेखित आरईसी की पहली सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट जारी की

गुरुग्राम: आरईसी लिमिटेड की 55वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई। आरईसी लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक  विवेक कुमार देवांगन ने बैठक की अध्यक्षता की और कंपनी के बोर्ड के सभी निदेशकों ने इसमें भाग लिया।

कम्पनी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में कई शेयरधारक मौजूद थे। अपेक्षित कोरम की उपस्थिति के कारण अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने बैठक को क्रमवार बुलाया। उसके बाद अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने अपना भाषण दिया।

अपने भाषण में, अध्यक्ष देवांगन ने कहा, “हमने स्वीकृत ऋणों में  34% की वृद्धि,  2023-24 में बढ़कर 3,58,816 करोड़ रुपये हो गई और अब तक का सबसे अधिक वार्षिक संवितरण 67% साल-दर-साल वृद्धि के साथ 1,61,462 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कुल आय पिछले वर्ष की तुलना में 20% बढ़कर 47,214 करोड़ रुपये हो गई है। इसके अलावा ₹14,019 करोड़ का शुद्ध लाभ भी मिला है, जो साल-दर-साल 27% की वृद्धि दर्शाता है। लोन बुक ₹5.09 लाख करोड़ पर मजबूत है, जिसमें साल-दर-साल 17% की वृद्धि दर है। इसके अतिरिक्त, हमारा पूंजी पर्याप्तता अनुपात 25.82% है, जो न्यूनतम आवश्यकता 15% से काफी अधिक है। उन्होंने आगे कहा, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पिछली 9 तिमाहियों में हमारे पास कोई नया एनपीए नहीं है। हम भारत के ऊर्जा परिवर्तन में सबसे आगे हैं, अक्षय ऊर्जा ऋणों में ₹38,971 करोड़ का प्रबंधन कर रहे हैं और 2030 तक इसे हमारे अनुमानित ₹10 लाख करोड़ लोन बुक के लगभग 30% तक बढ़ाने का लक्ष्य रखते हैं।” इस अवसर पर, निदेशक मंडल ने ग्लोबल रिपोर्टिंग इनिशिएटिव (जीआरआई) यूनिवर्सल स्टैंडर्ड्स 2021 के साथ संरेखित आरईसी की पहली सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट जारी की, जो कंपनी के पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) प्रदर्शन को रेखांकित करती है।

अध्यक्ष  देवांगन ने आगे कहा “हमने अपने कार्बन फुटप्रिंट के लिए एक आधार रेखा स्थापित और सुनिश्चित की है, जो हमें उत्सर्जन शमन रणनीतियों की योजना बनाने में मदद करेगी, जो अंततः हमें हमारी नेट ज़ीरो योजना तक ले जाएगी। हम परिचालन दक्षता हासिल करने, सामाजिक जिम्मेदारी को बनाए रखने और उच्चतम शासन मानकों को बनाए रखने के लिए समर्पित हैं क्योंकि हम अपनी ईएसजी यात्रा पर एनबीएफसी क्षेत्र में अग्रणी हैं।”

सीएमडी ने आरईसी लिमिटेड में उनके निरंतर समर्थन और विश्वास के लिए शेयरधारकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए अपना संबोधन समाप्त किया।

आरईसी, विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन एक महारत्न कंपनी है ,उत्पादन, पारेषण, वितरण, नवीकरणीय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी स्टोरेज, पंप स्टोरेज, ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन अमोनिया परियोजनाओं जैसी अनेक नई प्रौद्योगिकियों सहित पूरे विद्युत अवसरंचना क्षेत्र को वित्तपोषित कर रही है। हाल ही में आरईसी द्वारा गैर-विद्युत अवसंरचना क्षेत्र में भी विविधता लाई गई है जिसमें राजमार्ग और एक्सप्रेस-वे, मेट्रो रेल, हवाई अड्डे, आईटी संचार, सामाजिक और वाणिज्यिक बुनियादी ढांचा (शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल), बंदरगाह जैसे अनेक क्षेत्रों जैसे इस्पात, रिफाइनरी आदि के संबंध में इलेक्ट्रो-मैकेनिकल (ई एंड एम) कार्य शामिल हैं। आरईसी लिमिटेड देश में बुनियादी अवसंरचना परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए राज्य, केंद्र और निजी कंपनियों को विभिन्न परिपक्वता अवधि के ऋण प्रदान करती है।

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