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गोपाल स्वीट्स ने रक्षाबंधन पर पेश की हैंडमेड राखियां, गिफ्ट हैंपर और मिठाई की नई रेंज पेश की

चंडीगढ़:  भाई और बहन के पवित्र अटूट प्रेम समर्पण का त्योहार रक्षाबंधन में अब चंद दिन ही शेष रह गए हैं। जिसके चलते बाजार में भी रौनक देखने को मिल रही हैं। बाजारों में अपने भाई के लिए सुंदर राखी खरीदने के लिए बहनों की भीड़ देखने को मिल रही है। हर साल नए डिजाइन की राखी बाजार में देखने को मिलती है। इस बार रेडीमेड राखी की बजाए हैंडमेड राखी काफी पसंद की जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए स्वीट्स, बेकरी और रेस्टॉरेंट में विख्यात नाम गोपाल स्वीट्स ने भी आउटलेट पर आकर्षक हैंडमेड राखी की विशाल रेंज प्रस्तुत की है।
गोपाल स्वीट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर शरणजीत सिंह जी ने बताया, “रक्षाबंधन भाई बहन के पवित्र रिश्ते का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण पर्व है। रक्षाबंधन का पर्व बहन का भाई के प्रति स्नेह और भाई के बहन की सुरक्षा के प्रति एक वादे के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं, जिसे राखी कहते हैं।” इसी पावन त्योहार रक्षाबंधन के लिए हैंडमेड राखी की आकर्षक और विशाल रेंज को गोपाल स्वीट्स में पेश किया गया है। गोपालज द्वारा इन हैंडमेड राखियों को विधवा महिलाओं के एक समूह से तैयार करवाया जाता है। जिससे इन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलता है, बल्कि उन्हें रोजगार मिलता है। जिससे वो अपने परिवार का जीवन यापन बेहतर से कर सकें। शरणजीत सिंह जी ने आगे बताया कि बच्चों के लिए लाइटनिंग और कार्टून करैक्टर जैसी कई वैरायटी की राखियां उपलब्ध है। इसके अलावा युवाओं और पुरुषों के लिए भी अच्छी रेंज उपलब्ध है। राखी के साथ ही किफायती दाम में चॉकलेट और ड्राईफ्रूट्स वाले मनभावन गिफ्ट हैंपर भी उपलब्ध हैं।
शरणजीत सिंह जी ने बताया कि रक्षाबंधन पर गोपाल स्वीट्स के आउटलेट पर मिठाई की नई वैरायटी भी पेश की गई है। इसके लिए नए विशेषज्ञ कारीगर को भी रखा गया है, जो पेड़े की एक अलग नई वैरायटी- खजूर बर्फी, तिरंगी बर्फ़ी, काजू बादाम पिस्ता बर्फ़ी और बादाम केसर कतली सहित कुछ और अन्य मिठाईयां पेश की गई है। जो ग्राहकों को आवश्यक ही पसंद आएगी।
शरणजीत सिंह जी के अनुसार गोपाल स्वीट्स अपनी गुणवत्ता, शुद्धता और उच्च क्वालिटी के स्वीट्स और बेकरी प्रोडक्ट्स के लिए जाना जाता है। गोपाल स्वीट्स में स्वाद और गुणवत्ता से कोई कोम्प्रोमाईज़ नही किया जाता।                                   (रोशन लाल शर्मा की रिपोर्ट)

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