हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: बागियों को मनाने की कोशिशें तेज, मनोहर लाल और हुड्डा ने संभाली कमान
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 16 सितंबर नजदीक आ रही है। इस बीच, भाजपा और कांग्रेस ने बागी नेताओं को मनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। कुल 31 बागी नेताओं ने टिकट न मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया है। अगर ये बागी मैदान में रहे, तो कई विधानसभा सीटों पर समीकरण बिगड़ सकते हैं।
भाजपा ने अपने बागी नेताओं को मनाने के लिए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी, और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को जिम्मेदारी सौंपा है। इसके साथ ही, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी भी बागियों से बातचीत कर रहे हैं। भाजपा के 10 बागी नेताओं में से कई को मनाया जा चुका है, लेकिन कुछ अभी भी निर्दलीय चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं।
कांग्रेस ने भी बागियों को मनाने के लिए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा, और रणदीप सुरजेवाला को जिम्मेदारी दी है। इन नेताओं को अपने समर्थकों के नामांकन वापस कराने और बागियों को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कुछ बागी जैसे करनाल के पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान और भूप्पी लाठर ने कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र राठौर का समर्थन किया है।
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपने-अपने बागियों को मनाने की भरसक कोशिश कर रहे हैं, ताकि चुनावी मैदान में किसी प्रकार की अस्थिरता को रोका जा सके।
हरियाणा में 1,561 नामांकित उम्मीदवार चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 90 सीटों पर कुल 1,561 उम्मीदवारों ने 1,747 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। इनमें कई उम्मीदवारों के एक से अधिक नामांकन भी शामिल हैं। 16 सितंबर तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकते हैं, जिससे इनकी संख्या में कमी आ सकती है। 2019 में 1,169 और 2014 में 1,351 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था।
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