हरियाणा में पराली जलाने पर सख्त कार्रवाई
हरियाणा: हरियाणा में प्रदूषण की स्थिति दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है। खासकर हिसार देश के सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है। राज्य सरकार ने पराली जलाने और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कड़े नियम बनाए हैं, लेकिन ये सख्तियां सिर्फ कागजों तक सीमित दिखाई दे रही हैं। जमीन पर इनका असर न के बराबर है, और दिवाली के बाद से प्रदूषण स्तर लगातार बढ़ रहा है। आइए जानते हैं इस स्थिति की
कागजों में कड़े नियम, जमीनी स्तर पर सख्ती का अभाव:
प्रदूषण रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने कई कड़े नियम बनाए हैं, लेकिन इनका कार्यान्वयन प्रभावी नहीं है। प्रदूषण नियंत्रण के कड़े नियमों के बावजूद हालात बदतर होते जा रहे हैं, जो प्रदूषण नियंत्रण प्रणाली की विफलता को उजागर करता है।
दिवाली के बाद भी प्रदूषण में कमी का अभाव:
दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद थी, लेकिन लगातार बढ़ता प्रदूषण स्तर लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है। हरियाणा के शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) चिंताजनक स्तर पर है, जिससे राज्य में निवासियों का सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है।
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