शहीद पायलट सिद्धार्थ यादव को नम आंखों से विदाई
मंगेतर सानिया का विलाप: ‘बेबी, तू आया नहीं मुझे लेने..
गुजरात : के जामनगर में 2 अप्रैल 2025 को भारतीय वायुसेना का जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर 4 अप्रैल को उनके पैतृक गांव माजरा भालखी, रेवाड़ी, हरियाणा लाया गया, जहां उन्हें पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान उनकी मंगेतर सानिया का दर्दनाक विलाप हर किसी की आंखों में आंसू ले आया।
सानिया, जिनकी 23 मार्च को ही सिद्धार्थ से सगाई हुई थी, पार्थिव शरीर के सामने बिलखते हुए बार-बार कह रही थीं, “बेबी, तू आया नहीं मुझे लेने… तूने कहा था, तू आएगा…”। यह शब्द वहां मौजूद हर व्यक्ति के दिल को झकझोर रहे थे। सानिया का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उनका दर्द साफ झलकता है।
सिद्धार्थ और सानिया की शादी इसी वर्ष 2 नवंबर को तय थी, और दोनों परिवार इसकी तैयारियों में जुटे थे। लेकिन इस हादसे ने खुशियों को गम में बदल दिया। सिद्धार्थ के पिता सुशील यादव, जो स्वयं भारतीय वायुसेना से सेवानिवृत्त हैं, ने अपने बेटे की चिता को मुखाग्नि दी। उन्होंने कहा, “मेरा सपना था कि बेटा चीफ ऑफ एयर स्टाफ बनकर लौटे, लेकिन अब वह तिरंगे में लिपटकर आया है। मुझे उसकी शहादत पर गर्व है।”
सिद्धार्थ की मां सुशीला यादव ने भी अपने बेटे की बहादुरी पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “मुझे अपने बेटे पर गर्व है। मैं देश की हर मां से कहना चाहती हूं कि वे अपने बेटों को देशसेवा के लिए सेना में भेजें।”
गांव के लोगों और सेना के जवानों ने सिद्धार्थ को श्रद्धांजलि दी। उनके पार्थिव शरीर के गांव पहुंचने पर लोगों ने फूलों की वर्षा की और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। वायुसेना के जवानों ने उल्टे हथियार से फायर कर शहीद को सलामी दी।
सिद्धार्थ के इस बलिदान ने पूरे देश को गर्व महसूस कराया है, लेकिन उनके परिवार और मंगेतर के लिए यह अपूरणीय क्षति है। सानिया का विलाप और उनकी बातें हर किसी के दिल में गूंज रही हैं, जो इस दुखद घटना की गहराई को दर्शाती हैं।
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