वायु प्रदूषण: क्या बढ़ता प्रदूषण कैंसर का कारण बन सकता है
प्रदूषण से लंग्स कैंसर का खतरा, दिल्ली में 'बहुत खराब' एयर क्वालिटी इंडेक्स
नई दिल्ली: वायु प्रदूषण अब सिर्फ स्वास्थ्य के लिए एक सामान्य खतरे के रूप में नहीं बल्कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के कारण के रूप में उभर रहा है। हाल ही में किए गए शोध से यह स्पष्ट हुआ है कि वायु प्रदूषण का बढ़ता स्तर लंग्स कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। खासकर, उन व्यक्तियों के लिए जो प्रदूषण के संपर्क में लगातार रहते हैं। यह खतरा केवल बाहरी प्रदूषण तक सीमित नहीं है, बल्कि इनडोर प्रदूषण भी इसके जोखिम को बढ़ाता है।
वायु प्रदूषण और लंग्स कैंसर का खतरा:
शोधकर्ताओं ने पाया कि जितना अधिक समय व्यक्ति वायु प्रदूषण के संपर्क में रहेगा, उतना ही लंग्स कैंसर का जोखिम बढ़ेगा। बाहरी प्रदूषण, जैसे कि वाहनों से निकलने वाला धुआं और औद्योगिक प्रदूषण, इस जोखिम को बढ़ाते हैं, लेकिन इनडोर प्रदूषण भी कैंसर का कारण बन सकता है। घरों में जलाने वाली लकड़ी, कोयला, और रसोई गैस से भी प्रदूषण होता है, जो लंग्स के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
दिल्ली का ‘बहुत खराब’ एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI):
दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है। 7 नवंबर को सुबह 9 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 367 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। इस प्रदूषण के कारण सांस की बीमारियां और दिल की समस्याओं के अलावा कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां भी फैल सकती हैं।
प्रदूषण के प्रभावों से बचाव के उपाय:
वायु प्रदूषण से बचने के लिए लोगों को मास्क पहनने, घरों में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करने और बाहर जाने से पहले एयर क्वालिटी की जांच करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, सरकार को भी प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि प्रदूषण से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को कम किया जा सके।
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