रवि शास्त्री ने सिराज के समर्थन में दिया बयान, कहा- भारतीय गेंदबाज को अपनी आक्रामकता जारी रखनी चाहिए
नई दिल्ली : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का आक्रामक रवैया एक बार फिर चर्चा का विषय बना है। सिराज ने एडिलेड टेस्ट के दौरान दर्शकों की हूटिंग और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के साथ हुई नोकझोंक के बीच अपनी आक्रामकता का परिचय दिया। इस घटना के बाद आईसीसी ने सिराज पर मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया था और उनके खाते में एक डिमेरिट अंक जोड़ा था।
हालांकि, भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने सिराज के इस रवैये का समर्थन किया है। शास्त्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि सिराज को आगे भी अपनी आक्रामकता बनाए रखनी चाहिए और किसी भी परिस्थिति में कदम पीछे नहीं खींचने चाहिए।
रवि शास्त्री का बयान
रवि शास्त्री ने एक कॉलम में कहा, “मुझे यकीन है कि सिराज और ट्रेविस हेड के बीच जो भी हुआ, वह अब सुलझ चुका होगा। यह एक तेज गेंदबाज का स्वाभाविक व्यवहार है। जब आप गेंदबाजी कर रहे होते हैं और एक बल्लेबाज को आउट करते हैं, तो आप आक्रामक होते हैं। सिराज ने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया, और मुझे इसमें कोई गलत बात नहीं लगती।”
शास्त्री ने यह भी कहा कि जब उन्होंने भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोच के रूप में मार्गदर्शन किया, तो उनकी नीति थी कि ऑस्ट्रेलिया को उसी की भाषा में जवाब दिया जाए। उन्होंने कहा, “हमारे समय में, मैंने खिलाड़ियों से कहा था कि एक कदम भी पीछे नहीं हटना है। यह रवैया टीम का हिस्सा बन गया था और तब से विराट कोहली, ऋषभ पंत से लेकर सभी ने ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया।”
सिराज और हेड के बीच नोकझोंक
एडिलेड टेस्ट में सिराज ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रेविस हेड को 310 रन के स्कोर पर आउट किया। सिराज का यॉर्कर हेड के लिए काफी कठिन साबित हुआ और वह बोल्ड हो गए। हेड के आउट होने के बाद सिराज ने कुछ आक्रामक इशारे किए, जिस पर हेड ने भी पलटकर प्रतिक्रिया दी। इस दौरान दोनों के बीच कुछ तीखी नोकझोंक भी हुई, लेकिन मामला जल्द शांत हो गया।
रवि शास्त्री का मानना है कि इस आक्रामकता से सिराज को किसी भी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि तेज गेंदबाजों का यह स्वाभाविक व्यवहार है, और सिराज ने वही किया जो एक तेज गेंदबाज से उम्मीद की जाती है।
आगे की चुनौती
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह सीरीज बेहद कड़ी टक्कर वाली रही है, और आगे भी उम्मीद है कि दर्शकों को और भी रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे। शास्त्री का यह बयान टीम के आक्रामक रवैये को मजबूती प्रदान करता है, और इस सीरीज में भारतीय गेंदबाजों की प्रतिबद्धता और जोश को दर्शाता है।
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