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भारत की हार के 5 कारण, बुमराह को नहीं मिला समर्थन

मेलबर्न टेस्ट में टीम इंडिया की सामूहिक नाकामी

मेलबर्न: भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट में 340 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 155 रन पर सिमटने के कारण एक और हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया तीन सत्र भी नहीं खेल सकी और 11 बल्लेबाजों के पवेलियन लौटने से टेस्ट मैच में हार गई। इस हार के साथ ही भारत की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को भी बड़ा झटका लगा है। अब भारत को सिडनी में अगले टेस्ट मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी, ताकि वह सीरीज बचा सके और WTC के फाइनल में जगह बना सके।

हार की प्रमुख वजहें:

टीम के तौर पर सामूहिक नाकामी: भारत की टीम इस सीरीज में एकजुट होकर खेलने में नाकाम रही है। अब तक हर टेस्ट में कुछेक बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जबकि बाकी सब फ्लॉप रहे। रोहित शर्मा, विराट कोहली, और ऋषभ पंत जैसे प्रमुख बल्लेबाजों का असफल होना टीम के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। इस सामूहिक नाकामी ने भारत की हार में बड़ा योगदान दिया।

बुमराह को नहीं मिला पर्याप्त समर्थन: भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपनी गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से उतना समर्थन नहीं मिला, जितना कि उन्हें जरूरत थी। मेलबर्न टेस्ट में मोहमद सिराज ने कुछ अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन बुमराह के साथ अन्य गेंदबाजों का प्रदर्शन अपेक्षित स्तर पर नहीं रहा।

रोहित और विराट का खराब प्रदर्शन: रोहित शर्मा और विराट कोहली से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन दोनों ही बल्लेबाज लगातार फ्लॉप रहे। कोहली ने शुरुआत में शतक जरूर लगाया, लेकिन उसके बाद वह किसी भी मैच में बड़ी पारी नहीं खेल सके। रोहित का फॉर्म पूरी सीरीज में खराब रहा, जो भारत की हार के मुख्य कारणों में एक रहा।

ऋषभ पंत की मैच अवेयरनेस की कमी: भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के शॉट चयन में मैच अवेयरनेस की कमी दिखाई दी। पंत ने कई बार खराब शॉट खेलकर अपनी विकेट गंवाई। दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी पंत के शॉट चयन पर सवाल उठाए थे, जो भारत की हार में एक महत्वपूर्ण कारण बना।

कप्तान रोहित शर्मा की रणनीति में खामी: रोहित शर्मा की कप्तानी भी इस टेस्ट मैच में आलोचना का विषय रही। ओवरकास्ट कंडीशंस में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लेना और दो स्पिनर्स के बावजूद उनसे कम गेंदबाजी कराना कप्तानी के फैसलों पर सवाल खड़े करते हैं। भारत ने रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर को खिलाया, लेकिन इन दोनों स्पिनर्स को अपेक्षाकृत कम गेंदबाजी दी गई, जिससे भारतीय टीम को नुकसान हुआ।

नतीजा:
भारत को इस हार ने WTC फाइनल में अपनी स्थिति कमजोर कर दी है। अब उसे अन्य टीमों के परिणामों पर निर्भर रहना होगा और सिडनी में अगले टेस्ट को जीतने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।

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