भारत-अमेरिका में टैरिफ कम करने पर सहमति, ट्रंप ने लिया श्रेय..
व्यापार संबंधों में बड़ी सफलता, ट्रंप बोले- आखिरकार हमारा प्रयास रंग लाया…
नई दिल्ली : भारत और अमेरिका के बीच व्यापार शुल्क (टैरिफ) को कम करने पर सहमति बन गई है, जिससे दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को मजबूती मिलेगी। इस फैसले के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका श्रेय लेते हुए कहा कि यह उनकी नीतियों का नतीजा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “आखिरकार, हमने जो प्रयास किए थे, वह अब रंग ला रहे हैं।”
ट्रंप ने इस समझौते को अपनी विदेश व्यापार नीति की सफलता के रूप में पेश किया और कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान अमेरिका ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए बड़े कदम उठाए थे। हालांकि, मौजूदा बाइडेन प्रशासन का कहना है कि यह समझौता दोनों देशों की सरकारों के निरंतर प्रयासों का नतीजा है।
भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से व्यापार शुल्क को लेकर विवाद चल रहा था। अमेरिका ने कई भारतीय उत्पादों पर टैरिफ लगाया था, जबकि भारत ने भी कुछ अमेरिकी सामानों पर शुल्क बढ़ा दिया था। इस नए समझौते के तहत कई उत्पादों पर शुल्क में कमी की गई है, जिससे दोनों देशों के व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से भारतीय कंपनियों को अमेरिकी बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धा का मौका मिलेगा, वहीं अमेरिकी निर्यातकों को भी भारतीय बाजार में बेहतर अवसर मिलेंगे। यह समझौता दोनों देशों के व्यापार संतुलन को सुधारने में मदद करेगा और आगे चलकर द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा।
इस फैसले के बाद ट्रंप के बयान पर राजनीतिक बहस भी शुरू हो गई है। कई विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप अपने चुनाव प्रचार के लिए इस समझौते का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि असल में यह वार्ता कई महीनों से जारी थी और इसमें कई स्तरों पर प्रयास किए गए थे।
अमेरिका और भारत के व्यापारिक रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विकसित हुए हैं, और यह नया करार दोनों देशों के लिए आर्थिक लाभ लेकर आएगा। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस समझौते के प्रभाव से दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते किस तरह से आगे बढ़ते हैं।
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