बाबा साहेब की प्रतिमा तोड़ने का मामला: अमृतसर बंद और फगवाड़ा में विरोध प्रदर्शन
गणतंत्र दिवस पर अंबेडकर प्रतिमा की बेअदबी, दलित समाज का सड़क जाम और विरोध….
चंडीगढ़ : अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट पर गणतंत्र दिवस के दिन संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने का प्रयास किया गया। घटना के आरोपी ने प्रतिमा के पास रखे संविधान को आग के हवाले कर दिया। स्थानीय लोगों ने मौके पर आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद शहर में तनाव का माहौल है।
घटना के विरोध में सोमवार को अमृतसर पूरी तरह बंद रहा। दलित समुदाय ने इस घटना को उनके सम्मान और अधिकारों पर सीधा हमला बताया। फगवाड़ा में भी इस घटना के खिलाफ भारी रोष देखने को मिला। रविवार रात को दलित समाज के लोग सड़कों पर उतरे और हाईवे पर धरना देकर सड़क जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और फगवाड़ा में भी एफआईआर दर्ज की जाए।
धरने की सूचना पर एसपी रूपिंदर कौर भट्टी और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को शांत करने और यातायात बहाल करने का प्रयास किया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों का मांग पत्र लिया और उन्हें गुरु हरगोबिंद नगर में धरना देने के लिए राजी किया।
दलित संगठनों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही बाबा साहेब की प्रतिमा के पास पुलिस सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि दोषी को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।
अमृतसर के एसपी विशालजीत सिंह ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह अमृतसर का निवासी नहीं है और उसकी मंशा व शहर में आने के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
घटना के बाद पूरे पंजाब में दलित समुदाय के भीतर आक्रोश है। लोगों ने इसे उनके सम्मान पर हमला करार दिया है और मांग की है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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