पैसों के लिए खून-पसीना बहाने का आइडिया, जहां जाने से रोकने के लिए अमिताभ बच्चन के पिता ने लिखा था लेटर
अमिताभ बच्चन ने 'केबीसी 16' में शेयर किया पुराना किस्सा, जब उनके पिता ने उन्हें रेसकोर्स जाने से रोकने के लिए लिखा था लेटर
बॉलीवुड के शहंशाह, अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) अपने करियर और निजी जीवन के कई दिलचस्प किस्से अक्सर साझा करते रहते हैं। हाल ही में, उन्होंने ‘कौन बनेगा करोड़पति 16’ (KBC 16) के दौरान एक पुराना किस्सा शेयर किया, जिसमें उनके पिता, मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन ने उन्हें रेसकोर्स जाने से रोकने के लिए एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने अमिताभ को चेतावनी दी थी कि “धन को प्राप्त करने के लिए जब तक खून-पसीना न निकले, उसे प्राप्त नहीं करना चाहिए।”
अमिताभ के करियर की शुरुआती मुश्किलें
अमिताभ बच्चन ने बताया कि उनके करियर के शुरुआती दिनों में वे कोलकाता में रहते थे, जहां उनका आमदनी का स्रोत महज 300-400 रुपये था, जो उनके जीवन-यापन के लिए पर्याप्त नहीं थे। पैसे की तंगी को देखते हुए, अमिताभ ने एक्स्ट्रा कमाई के लिए रेसकोर्स जाना शुरू किया। हालांकि, इस बारे में उन्होंने अपने माता-पिता से कोई बात छुपाई नहीं थी और सब कुछ उनसे शेयर किया था।
पिता का सख्त संदेश
अमिताभ बच्चन ने बताया कि जब वे रेसकोर्स जाने लगे, तो उनकी बातों को सुनकर उनके पिता चुप रहे, लेकिन कुछ समय बाद उन्हें एक पत्र मिला। इस पत्र में हरिवंश राय बच्चन ने उन्हें स्पष्ट रूप से लिखा कि “धन प्राप्त करने के लिए अगर खून-पसीना नहीं बहाना पड़ता, तो वह धन सही नहीं होता।” उनका यह संदेश अमिताभ के जीवन में एक मोड़ साबित हुआ।
अमिताभ की विचारधारा
अमिताभ बच्चन ने इस पत्र को अपने जीवन का अहम हिस्सा बताया और कहा कि उनके पिता के शब्दों ने उन्हें यह सिखाया कि पैसे की कीमत तब ही होती है जब उसे मेहनत और ईमानदारी से कमाया जाए। अमिताभ ने यह भी बताया कि उनके माता-पिता का मार्गदर्शन हमेशा उनके जीवन में एक बड़ा सहारा रहा है और वे हमेशा अपने परिवार के सदस्यों से अपनी भावनाओं और कार्यों को साझा करते रहे हैं।
‘कौन बनेगा करोड़पति’ में इमोशनल पल
अमिताभ बच्चन के शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में अक्सर हम उनके परिवार और दोस्तों से जुड़े किस्से सुनते रहते हैं। हाल ही में शो के दौरान जब उनके बेटे अभिषेक बच्चन ने भी परिवार के बारे में कई बातें साझा की थीं, तो दर्शक भी इस इमोशनल और पर्सनल पहलू को जानकर बेहद प्रभावित हुए थे।
अमिताभ के पिता का वह पत्र उनके जीवन में एक आदर्श की तरह था, जो आज भी उन्हें अपने काम में ईमानदारी और कड़ी मेहनत की प्रेरणा देता है।
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