पटियाला नगर निगम चुनाव: भाजपा ने 60 वार्डों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की
21 दिसंबर को होने वाले चुनाव में भाजपा ने पटियाला के सभी वार्डों के लिए उम्मीदवारों का एलान किया, अकाली दल ने सरकार पर उठाए सवाल
पटियाला : पंजाब में 21 दिसंबर को होने वाले नगर निगम चुनावों के लिए राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इस कड़ी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को पटियाला नगर निगम के 60 वार्डों के लिए अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है। पार्टी ने हर वार्ड से एक उम्मीदवार को मैदान में उतारा है।
पटियाला नगर निगम में कुल 60 वार्ड हैं, जिनमें से भाजपा ने सभी वार्डों के लिए उम्मीदवार घोषित किए हैं। इस संबंध में भाजपा की चंडीगढ़ में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय रूपाणी ने की। बैठक में कई नामों पर चर्चा हुई और इसके बाद पटियाला के उम्मीदवारों का चयन कर सूची जारी की गई।
अकाली दल का हमला: चुनाव में धांधली की आशंका
इसी बीच, भाजपा उम्मीदवारों की घोषणा के साथ-साथ अकाली दल ने पंजाब सरकार पर तीखा हमला बोला। मंगलवार को अकाली दल के पूर्व विधायक एनके शर्मा, पूर्व मेयर अमरिंदर सिंह बजाज और जिला प्रधान अमित सिंह राठी ने एक बैठक कर आरोप लगाया कि पंजाब सरकार ने पहले सरपंची और पंची चुनावों में धांधली की कोशिश की थी, और अब नगर निगम चुनावों में भी पुलिस और प्रशासन के बल पर विपक्षी दलों के उम्मीदवारों को रोकने की कोशिश हो सकती है।
अकाली नेताओं का कहना था कि पंजाब में कोई भी विकास कार्य नहीं हो रहा है और लोग पूरी तरह से सरकार से नाराज हैं। उन्होंने दावा किया कि अकाली दल पटियाला में मेयर पद पर कब्जा करेगा और चुनाव में बड़ी जीत हासिल करेगा।
नामांकन प्रक्रिया में शुरुआत
पटियाला नगर निगम चुनाव के नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। मंगलवार को नगर निगम, नगर पंचायत और नगर काउंसिल के चुनावों के लिए दो उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया। हालांकि, सोमवार को पहले दिन कोई नामांकन दाखिल नहीं हुआ था।
पटियाला की एडीसी और अतिरिक्त जिला चुनाव अधिकारी अनुप्रिता जौहल ने बताया कि नगर पंचायत भादसों में केवल दो उम्मीदवारों ने नामांकन किया है, जबकि नगर निगम चुनावों के लिए अगले कुछ दिनों में अधिक नामांकन दाखिल होने की उम्मीद है।
भविष्य की राजनीति
राजनीतिक दृष्टि से पटियाला में होने वाले नगर निगम चुनावों के परिणाम महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि यहां भाजपा, अकाली दल और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। भाजपा और अकाली दल दोनों ही इस चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं, जबकि आप भी अपनी ताकत दिखाने के लिए मैदान में है।