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पंजाब के 5 वेटलैंड्स सूचीबद्ध, छत्तबीड़ जू में एजुकेशन प्लाजा और सोलर प्लांट

13 वाइल्डलाइफ सेंचुरी हुई प्लास्टिक मुक्त, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम….

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चंडीगढ़:* पंजाब के पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण प्रयासों को बड़ी सफलता मिली है। केंद्र सरकार ने राज्य के पांच वेटलैंड्स (आर्द्रभूमियों) को अपनी सूची में शामिल किया है, जिससे इनके संरक्षण और विकास को और बढ़ावा मिलेगा। यह कदम राज्य की जैव विविधता और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इसके अलावा, राज्य के प्रमुख जैविक उद्यान छत्तबीड़ जू में एक नया *एजुकेशन प्लाजा* बनाया जा रहा है। इस प्लाजा का उद्देश्य आगंतुकों, विशेष रूप से बच्चों और शोधार्थियों को वन्यजीवों और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। यहां विभिन्न डिजिटल डिस्प्ले, इंटरएक्टिव लर्निंग स्टेशन और वन्यजीवों से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए, पंजाब की *13 वाइल्डलाइफ सेंचुरी को पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त* कर दिया गया है। इससे वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी और पारिस्थितिकी तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। प्लास्टिक प्रदूषण से वन्यजीवों और पक्षियों को होने वाले खतरों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं और इन सेंचुरी में सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।

इसके अलावा, छत्तबीड़ जू में *सोलर प्लांट* स्थापित किया गया है, जिससे चिड़ियाघर की ऊर्जा आवश्यकताओं को हरित और टिकाऊ स्रोत से पूरा किया जाएगा। यह पहल पर्यावरण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगी।

पंजाब सरकार और वन्यजीव संरक्षण विभाग ने इन कदमों को राज्य के सतत विकास लक्ष्यों के तहत महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है। वेटलैंड्स की सूची में शामिल होने से केंद्र से आर्थिक और तकनीकी सहायता भी प्राप्त होगी, जिससे इन प्राकृतिक स्थलों का बेहतर प्रबंधन संभव होगा।

पर्यावरणविदों और स्थानीय लोगों ने इन फैसलों का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि यह कदम पंजाब के वन्यजीवों और पारिस्थितिकी संतुलन को संरक्षित करने में मील का पत्थर साबित होंगे।


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