पंचकूला में करोड़ों का बैंक घोटाला उजागर
संपत्तियां औने-पौने दामों में खरीदी, कर्जदारों को धमकाकर बेचने पर मजबूर……
चण्डीगढ़ : हरियाणा के पंचकूला में एक बड़े बैंक घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसमें करोड़ों रुपये की संपत्तियां औने-पौने दामों में खरीदने और कर्जदारों को धमकाकर उनकी संपत्तियां जबरन बेचने का मामला सामने आया है। इस घोटाले में बैंक अधिकारियों और बाहरी व्यक्तियों के मिलीभगत का आरोप है, जिन्होंने संगठित तरीके से घोटाले को अंजाम दिया।
सूत्रों के अनुसार, इस पूरे षड्यंत्र में बैंकों से लोन लेने वाले कर्जदारों को जानबूझकर परेशान किया गया। जब कर्जदार अपनी किस्त चुकाने में देरी करते थे, तो उनकी संपत्तियों को जबरन नीलामी की प्रक्रिया में लाया जाता था। यह नीलामी वास्तविक बाजार मूल्य की तुलना में बेहद कम कीमत पर की जाती थी।
घोटाले में शामिल बैंक अधिकारी नीलामी प्रक्रिया को प्रभावित करते थे और अपनी पहचान छिपाकर संपत्तियों को औने-पौने दामों में खरीदने वाले लोगों से सांठगांठ करते थे। कर्जदारों ने शिकायत की है कि उन्हें धमकाया गया और दबाव डालकर अपनी संपत्तियां छोड़ने पर मजबूर किया गया।
पुलिस ने इस मामले में कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। जांच एजेंसियां बैंक रिकॉर्ड और संपत्ति नीलामी से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रही हैं। प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि कुछ संपत्तियों की नीलामी सिर्फ कागजों पर हुई और संपत्तियां पहले से तय व्यक्तियों को हस्तांतरित कर दी गईं।
प्रभावित कर्जदारों का कहना है कि यह साजिश लंबे समय से चल रही थी, लेकिन उनकी शिकायतें अनसुनी की जाती थीं। इस मामले के उजागर होने के बाद प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है, और सरकार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पंचकूला पुलिस ने बताया कि मामले की जांच गहराई से की जा रही है और जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इस घोटाले से जुड़े बैंक अधिकारियों की भूमिका की भी जांच हो रही है।
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