नारनौल में घोड़ी पर निकली बेटी की बनवारा यात्रा, खुशी में झूमे परिजन
3 फरवरी को होगी शादी, परंपरा को निभाते हुए परिवार और रिश्तेदारों ने धूमधाम से मनाया जश्न…..
नारनौल : नारनौल में एक अनूठी और प्रेरणादायक परंपरा को जीवंत करते हुए एक परिवार ने अपनी बेटी की बनवारा यात्रा घोड़ी पर निकालकर धूमधाम से जश्न मनाया। आमतौर पर यह परंपरा लड़कों के लिए निभाई जाती है, लेकिन समाज में बेटी और बेटे के बीच समानता का संदेश देने के लिए परिवार ने यह अनोखी पहल की।
बनवारा समारोह में बेटी को दुल्हन की तरह सजाकर घोड़ी पर बैठाया गया, और पूरे परिवार व रिश्तेदारों ने बैंड-बाजे के साथ नगर में परिक्रमा कर इस खुशी के पल को यादगार बना दिया। शादी से पहले इस पारंपरिक रस्म को निभाते हुए परिवार ने बताया कि बेटियों को भी वही सम्मान मिलना चाहिए, जो बेटों को दिया जाता है।
इस अवसर पर परिवार और रिश्तेदारों ने जमकर नाच-गाना किया और बेटी की नई जिंदगी की खुशियों के लिए आशीर्वाद दिया। स्थानीय लोग भी इस पल के साक्षी बने और इसे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाली पहल करार दिया।
बेटी की शादी 3 फरवरी को होने वाली है, और यह आयोजन उसके विवाह समारोह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। घरवालों का कहना है कि वे हमेशा से चाहते थे कि उनकी बेटी को भी वही सम्मान मिले, जो बेटों को बनवारे में मिलता है। इसलिए, उन्होंने यह कदम उठाया, जिससे समाज में बेटियों के प्रति सोच बदले और उन्हें भी बराबरी का दर्जा मिले।
नारनौल में इस अनोखी बनवारा यात्रा की चर्चा अब हर तरफ हो रही है। यह आयोजन एक प्रेरणा बनकर सामने आया है, जो बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों को और मजबूती देता है। लोगों ने इस पहल की सराहना की और इसे समानता और बेटियों के सम्मान की दिशा में एक अहम कदम बताया।