डल्लेवाल ने रोकी मेडिकल सहायता, डॉक्टरों को नहीं मिल रही नसें
शादी समारोहों में गूंजा किसान आंदोलन, सांसदों को सौंपा जाएगा ज्ञापन….
डल्लेवाल ने मेडिकल सहायता बंद करने का फैसला लिया है, जिससे प्रदर्शनकारी किसानों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस फैसले के पीछे डॉक्टरों की ओर से नसें न मिलने की समस्या बताई जा रही है, जिससे घायलों और बीमारों को इलाज में कठिनाई हो रही है।
किसान आंदोलन के दौरान घायलों और बीमार किसानों के लिए मेडिकल सहायता बेहद जरूरी थी, लेकिन अब यह सेवा ठप हो गई है। डॉक्टरों के अनुसार, लगातार प्रदर्शन और अस्थायी चिकित्सा सुविधाओं के कारण उन्हें नसें और अन्य मेडिकल संसाधन नहीं मिल पा रहे हैं, जिससे इलाज संभव नहीं हो पा रहा।
इस बीच, किसान आंदोलन की गूंज अब शादी समारोहों तक पहुंच गई है। कई स्थानों पर विवाह समारोहों में डीजे पर किसान आंदोलन से जुड़े गाने बजाए जा रहे हैं, जिससे यह आंदोलन अब सामाजिक मुद्दों के केंद्र में आ गया है। ग्रामीण इलाकों में यह ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, जहां लोग शादी के कार्यक्रमों में भी इस आंदोलन के प्रति अपना समर्थन जता रहे हैं।
किसानों ने ऐलान किया है कि वे अपनी मांगों को लेकर सांसदों को ज्ञापन सौंपेंगे। किसान संगठनों का कहना है कि वे जल्द ही सभी प्रमुख सांसदों और मंत्रियों से मिलकर अपनी समस्याओं को उनके सामने रखेंगे और समाधान की मांग करेंगे।
किसान आंदोलन को लेकर सरकार और किसान संगठनों के बीच अब भी गतिरोध बना हुआ है। किसान अपनी मांगों पर अडिग हैं, वहीं सरकार भी समाधान निकालने की कोशिश कर रही है। इस बीच, किसानों की रोजमर्रा की परेशानियां बढ़ रही हैं, जिसमें मेडिकल सहायता की कमी भी एक गंभीर मुद्दा बन गई है।
किसान नेताओं का कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन को और तेज करेंगे। आने वाले दिनों में इस मुद्दे को लेकर कई महत्वपूर्ण बैठकें होने की संभावना है।