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घूमने जाने से पहले हाथ-पैर फूलना भी है एक फोब‍िया, जानिए इस Anxiety के बारे में

दुनिया में लोग अपनी पसंद और स्वभाव के अनुसार बहुत अलग होते हैं। जहां कुछ लोग घूमने फिरने को पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोग यात्रा के नाम से ही डर महसूस करते हैं। यह डर एक प्रकार की ट्रैवल एंग्जायटी (Travel Anxiety) कहलाती है, जो एक मानसिक तनाव या घबराहट है, जो यात्रा करने से पहले या यात्रा के दौरान होती है। यह समस्या किसी भी उम्र के लोगों में हो सकती है, खासकर उन लोगों में जो कम यात्रा करते हैं या नई जगहों पर जाने में सहज महसूस नहीं करते। इसमें व्यक्ति यात्रा की योजना बनाने से लेकर यात्रा के दौरान असुविधा, सुरक्षा के प्रति चिंता, खो जाने का डर या हवाई यात्रा का डर महसूस कर सकता है।

ट्रैवल एंग्जायटी के कारण:
अनिश्चितता का डर: नई जगहों, अनजान लोगों या अलग वातावरण का सामना करने से कुछ लोग असहज महसूस करते हैं।
यात्रा की तैयारी में कठिनाई: यात्रा की योजना, पैकिंग और अन्य तैयारियों से भी घबराहट हो सकती है।
पिछली नकारात्मक यात्रा का अनुभव: अगर पहले किसी यात्रा में परेशानी हुई हो, तो भविष्य में यात्रा को लेकर चिंता बढ़ सकती है।
हवाई यात्रा या भीड़भाड़ का डर: हवाई यात्रा या भीड़भाड़ वाली जगहों से भी मानसिक तनाव बढ़ सकता है।

ट्रैवल एंग्जायटी से राहत पाने के तरीके:
यात्रा की योजना पहले से बनाएं: यात्रा की पूरी योजना पहले से तैयार करें, जिससे आपको समय पर तैयारी करने में आराम मिलेगा और मानसिक तनाव कम होगा।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें: यात्रा के दौरान गहरी सांस लें और ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें, इससे तनाव कम होता है और मन शांत रहता है।
किसी मित्र के साथ यात्रा करें: अकेले यात्रा करने के बजाय किसी विश्वसनीय मित्र के साथ यात्रा करें, जो आपकी घबराहट को कम करने में मदद करे।
सकारात्मक सोच रखें: यात्रा के सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करें जैसे कि नए अनुभव, रोमांचक जगहें और सुंदर दृश्य।
संगीत सुनें: यात्रा के दौरान आरामदायक संगीत सुनने से मानसिक शांति मिलती है।
सुखद यादों को याद करें: अपनी पिछली सफल यात्रा की अच्छी यादों को याद करें, इससे मन में सकारात्मकता आएगी और एंग्जायटी कम हो सकती है।
पेशेवर सहायता लें: यदि ट्रैवल एंग्जायटी बहुत गंभीर हो, तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेने में संकोच न करें।
यात्रा से पहले थोड़ी मानसिक तैयारी और योजना बनाकर ट्रैवल एंग्जायटी को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

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