News around you
Loading...

क्या हरियाणवी सिंगर विवाद के बाद बने ट्रेंडिंग..

बिलबोर्ड टॉप-20 में 3 गाने, खटोला-2 पर लगा हरियाणा सरकार का बैन….

36

हरियाणा : हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री में हाल ही में एक बड़ा विवाद चर्चा में आ गया है, जिसने एक सिंगर को न सिर्फ ट्रेंडिंग में ला दिया बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिला दी। हरियाणवी सिंगर के तीन गाने बिलबोर्ड की टॉप-20 लिस्ट में शामिल हो गए हैं, जिनमें से एक ‘खटोला-2’ है जिसे हरियाणा सरकार ने विवादित बोलों के चलते बैन कर दिया था।

‘खटोला-2’ को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ सामाजिक संगठनों और राजनीतिक प्रतिनिधियों ने इसके बोलों पर आपत्ति जताई। उनका कहना था कि गाने में इस्तेमाल किए गए शब्द समाज के एक वर्ग को ठेस पहुंचाते हैं और यह सांस्कृतिक मर्यादाओं के खिलाफ है। इसके बाद हरियाणा सरकार ने इस गाने पर बैन लगा दिया और सोशल मीडिया से भी इसके वीडियो को हटाने के निर्देश दिए गए।

हालांकि, यह प्रतिबंध गाने की लोकप्रियता को रोक नहीं सका। उल्टा, गाना तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और यूथ के बीच इसकी डिमांड और ज्यादा बढ़ गई। यूट्यूब और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर इस गाने के लाखों व्यूज़ आ चुके हैं। यही नहीं, इस विवाद की वजह से सिंगर की प्रोफाइल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली और उनके अन्य गानों को भी लोग सुनने लगे।

बिलबोर्ड की टॉप-20 लिस्ट में शामिल अन्य दो गानों ने भी यंग ऑडियंस के बीच जबरदस्त क्रेज बना लिया है। इन गानों के रैप, बीट्स और बोल में हरियाणवी मिट्टी की खुशबू के साथ मॉडर्न टच भी शामिल है, जो इन्हें और ज्यादा ट्रेंडी बना रहा है। यह पहली बार है जब किसी हरियाणवी सिंगर के एक साथ तीन गाने बिलबोर्ड चार्ट में शामिल हुए हैं, और वह भी ऐसे समय में जब उन पर बैन और विवाद का साया है।

इस पूरी कॉन्ट्रोवर्सी ने न सिर्फ सिंगर को चर्चा में ला दिया बल्कि हरियाणवी संगीत को भी एक नई ऊंचाई दी है। जहां एक ओर कुछ लोग गाने के बोलों पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर युवा वर्ग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और क्षेत्रीय संगीत की ताकत मान रहा है। संगीत विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना दर्शाती है कि आज का संगीत सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव का माध्यम बन चुका है।

हरियाणा सरकार की ओर से अभी तक कोई नई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इस मामले ने यह जरूर दिखा दिया कि बैन लगाने से किसी भी रचनात्मक कार्य को रोका नहीं जा सकता, बल्कि वह और तेज़ी से लोगों तक पहुंच सकता है


Discover more from News On Radar India

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

You might also like

Comments are closed.