क्या जामुन और उसके बीज ब्लड शुगर करते हैं कंट्रोल?
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके मरीजों की तादाद देश और दुनिया में लगातार बढ़ रही है। भारत को डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है जहां शुगर के मरीजों की संख्या में तेजी से इज़ाफ़ा हो रहा है। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि भारत में 75 फीसदी से अधिक मरीजों के शुगर का स्तर कंट्रोल में नहीं रहता।
डायबिटीज का कंट्रोल होना बहुत जरूरी है वरना दिल के रोगों, किडनी और लंग्स को खतरा पहुंच सकता है।
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जामुन का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। जामुन एक ऐसा फल है जो गर्मी में पाया जाता है। एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर ये फल इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग करता है। इस फल के सबसे ज्यादा फायदे डायबिटीज के मरीजों को होते हैं। खाने में ये अम्लीय फल है जिसकी प्रकृति कसैली होती है।
ये फ्रूट स्वाद में मीठा होता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए इस फल का सेवन करना बेहद उपयोगी है। जामुन के साथ ही उसकी गुठली का सेवन भी डायबिटीज के मरीजों को फायदा पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं कि जामुन और उसके बीज कैसे डायबिटीज के मरीज के लिए फायदेमंद हैं।
डायबिटीज के मरीजों के लिए कैसे जामुन है उपयोगी: डायबिटीज के मरीजों के लिए जामुना का सेवन बेहद उपयोगी है। यूनानी और आयुर्वेदिक पद्धतियों में इस फल का सेवन करने से पाचन संबंधी परेशानियों का उपचार होता है। जामुन के पत्ते, बीज और छाल सबसे उपयोगी भाग हैं जो डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए बेहद असरदार हैं।
कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि जामुन की छाल, बीज और पत्तियों के अर्क से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। जो लोग इस फल का सेवन करते हैं उनका रक्त शर्करा और ग्लाइकोरिया (मूत्र में चीनी) में लंबे समय तक कमी देखी गई है। जामुन विटामिन A और विटामिन C का बेस्ट स्रोत है जो इम्युनिटीज को स्ट्रॉन्ग करता है और स्किन को हेल्दी रखता है। इसका सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है।
आयुर्वेद में इसका उपयोग गले में खराश और अस्थमा के इलाज में भी किया जाता है। जामुन के पत्तों का उपयोग प्राचीन दिनों में मवाद से भरे घावों को ठीक करने के लिए किया जाता था, जिससे पता चलता है कि इसमें एंटी-बैक्टीरियल और हीलिंग गुण भी मौजूद होते हैं।
जामुन की गुठली कैसे शुगर कंट्रोल करती है: जामुन की गुठली में जोम्बोलिन और जम्बोसिन नाम का पदार्थ पाया जाता है जो खून से रिलीज होने वाले ब्लड शुगर की रफ्तार को धीमा करता है। इसका सेवन पीस कर पाउडर बनाकर किया जा सकता है। गुठली का पाउडर बनाने के लिए उसे धूप में सुखा लें और फिर उन्हें पीस कर उसका सेवन करें। ये बॉडी में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है। इसका सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है
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