ओपी चौटाला पंचतत्व में विलीन, राजकीय सम्मान के साथ हुई अंतिम विदाई
सिरसा: इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला (89) का शुक्रवार को गुरुग्राम में निधन हो गया। आज शनिवार को उनका अंतिम संस्कार तेजा खेड़ा में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस अवसर पर उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग पहुंचे, जिनमें उनके समर्थक, राजनेता, और आम लोग शामिल थे।
संवेदनशील विदाई:
ओपी चौटाला की पार्थिव देह को तिरंगे में लपेटा गया और उन्हें हरी पगड़ी और चश्मा पहनाया गया। उनके छोटे बेटे अभय चौटाला और पौते दुष्यंत चौटाला ने उन्हें मुखाग्नि दी। ओपी चौटाला के निधन पर उनके परिवार के सदस्यों की आंखों में आंसू थे, खासकर उनके छोटे बेटे अभय चौटाला को अपने पिता के जाने का गहरा दुख था।
नेताओं की श्रद्धांजलि:
चौटाला के निधन पर विभिन्न राजनीतिक नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर बादल, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने तेजा खेड़ा फार्म हाउस पर जाकर ओपी चौटाला को श्रद्धांजलि दी।
परिवार के शब्द:
ओपी चौटाला के छोटे बेटे अभय चौटाला ने सोशल मीडिया पर लिखा, “पिताजी का निधन सिर्फ हमारे परिवार के लिए नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए है जिनके लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित किया। उनका संघर्ष और उनके विचार हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।”
जनप्रिय नेता:
पाँच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे ओपी चौटाला ने किसान और मजदूर वर्ग के लिए कई संघर्ष किए और उनकी नीतियों से हरियाणा के कई क्षेत्रों में बदलाव आया।