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उधमपुर में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के बाद मोहल्लों में कचरे का ढेर, लोग परेशान

उधमपुर: सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण उधमपुर शहर में कचरे के ढेरों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने सोमवार को शहर के मुख्य चौक चौराहों से कचरा हटा लिया, लेकिन मोहल्लों में अब भी कचरे के ढेर लगे हुए हैं, जो स्थानीय निवासियों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं।

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन और नगर परिषद के सीईओ से गली-मोहल्लों में जमा कचरे को जल्द से जल्द हटाने की मांग की है। कई जगहों पर कचरे के ढेर लोगों के घरों के मेन गेट के सामने लगे हुए हैं, जिससे न केवल बदबू फैल रही है, बल्कि सड़क पर फैला कचरा भी परेशानी का कारण बन रहा है।

स्थानीय लोगों की शिकायतें
वरुण शर्मा ने बताया कि प्रशासन ने मुख्य चौकों से कचरा हटा लिया, लेकिन अब मोहल्लों में भी कचरे के ढेर हटाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते कई मोहल्लों में कचरे के ढेर जमा हो गए हैं, जिनकी सफाई प्रशासन को जल्द करनी चाहिए।

राकेश कुमार ने भी कचरे से उठने वाली बदबू और सड़कों पर फैले कचरे की समस्या को उठाया। उन्होंने बताया कि यह स्थिति लोगों के घरों में बैठने में भी कठिनाई उत्पन्न कर रही है और इससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।

संदीप खजूरिया ने कहा कि प्रशासन ने महामारी फैलने के खतरे को ध्यान में रखते हुए चौक चौराहों से कचरा हटाया, लेकिन मोहल्लों में भी सफाई जरूरी है। उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण मोहल्लों की नालियां कचरे से भर गई हैं और गंदा पानी सड़क पर बह रहा है।

सोहन लाल ने प्रशासन से मांग की कि जिस तरह शहर के प्रमुख चौकों से कचरा उठाया गया, उसी तरह मोहल्लों से भी कचरे को साफ किया जाए, ताकि लोग बीमारियों से बच सकें। उन्होंने बताया कि कचरे के कारण लावारिस कुत्ते और मवेशी सड़क पर कचरा फैला रहे हैं, जिससे लोगों को और अधिक कठिनाई हो रही है।

नगर परिषद का बयान
नगर परिषद के सीईओ राजेंद्र ढींगरा ने बताया कि पिछले दिन 26 टन कचरा शहर से उठाया गया था। हालांकि, अब मोहल्लों में जमा कचरे को उठाने में समय लगेगा, लेकिन प्रशासन इस पर काम कर रहा है।

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