इजराइल में पहली बार खुफिया चीफ की बर्खास्तगी..
नेतन्याहू ने रोनन बार को हटाया, बोले- भरोसा खत्म….
इजराइल : के इतिहास में पहली बार किसी खुफिया एजेंसी के प्रमुख को पद से हटाया गया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शिन बेट (इजराइल की आंतरिक खुफिया एजेंसी) के चीफ रोनन बार को अचानक बर्खास्त कर दिया। इस फैसले ने देश की राजनीति और सुरक्षा एजेंसियों में हलचल मचा दी है। नेतन्याहू ने अपने बयान में कहा कि उन्हें रोनन बार पर अब भरोसा नहीं रह गया था, इसलिए उन्हें पद से हटाने का फैसला लिया गया।
सूत्रों के मुताबिक, नेतन्याहू और रोनन बार के बीच बीते कुछ महीनों से मतभेद बढ़ते जा रहे थे। खासकर हाल के सुरक्षा मामलों और गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ चलाए गए अभियानों को लेकर दोनों के विचार अलग-अलग थे। बताया जा रहा है कि बार की रणनीतियों और उनके फैसलों पर नेतन्याहू को आपत्ति थी, जिसके चलते यह कदम उठाया गया।
रोनन बार इजराइल की सुरक्षा एजेंसियों में एक महत्वपूर्ण पद पर थे और उन्होंने कई बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था। उनकी बर्खास्तगी को लेकर विपक्षी दलों ने नेतन्याहू सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार खुफिया एजेंसियों पर राजनीतिक दबाव बना रही है, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
हालांकि, सरकार ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि रोनन बार की जगह कौन लेगा। लेकिन यह बर्खास्तगी ऐसे समय में हुई है जब इजराइल की सुरक्षा स्थिति पहले से ही नाजुक बनी हुई है। हाल ही में गाजा में बढ़ते संघर्ष और ईरान से बढ़ते तनाव के बीच यह निर्णय इजराइल की सुरक्षा नीति पर भी बड़ा असर डाल सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि इजराइल की खुफिया एजेंसियां दुनिया की सबसे प्रभावी एजेंसियों में गिनी जाती हैं। अब यह देखना होगा कि नेतन्याहू सरकार इस फैसले का बचाव कैसे करती है और क्या रोनन बार की बर्खास्तगी से इजराइल की सुरक्षा रणनीति पर कोई असर पड़ेगा।
Discover more from News On Radar India
Subscribe to get the latest posts sent to your email.