अविश्वास प्रस्ताव पारित, दीपक मलिक को जिला परिषद चेयरमैन पद से हटाया गया
कैथल: JJP के दीपक मलिक जाखौली को जिला परिषद चेयरमैन पद से हटाने के लिए पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रस्ताव के लिए 21 में से 15 पार्षदों ने डी.सी को शपथ पत्र सौंपा था, जिसके बाद 19 जुलाई को मतदान के जरिए मलिक को पद से हटाया गया।
12 जुलाई को 15 पार्षदों ने जिला परिषद चेयरमैन दीपक मलिक के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए डी.सी को शपथ पत्र सौंपा। इसमें कई वार्डों के प्रमुख पार्षद शामिल थे, जैसे कर्मवीर कौल (वार्ड 13), रुमिला ढुल (वार्ड 3), और ममता रानी (वार्ड 8)।
डी.सी द्वारा नोटिस जारी:
डी.सी प्रशांत पंवार ने 19 जुलाई को 20 पार्षदों को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए बुलाया। विक्रमजीत कश्यप को नोटिस नहीं भेजा गया, क्योंकि वह भ्रष्टाचार के आरोपों में सस्पेंड थे।
वोटिंग के बाद चेयरमैन हटाए गए:
19 जुलाई को हुई वोटिंग में पार्षदों ने भारी बहुमत से चेयरमैन दीपक मलिक को हटाने का निर्णय लिया, जिससे जिला परिषद में एक बड़ा राजनीतिक बदलाव आया।
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